मुख्तार के करीबी के अवैध निर्माण पर सुनवाई पांच को

मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी गणेशदत्त मिश्रा के पिता शिवशंकर मिश्रा के रजदेपुर देहाती में अवैध निर्माण पर आज यानी मंगलवार को अवकाश होने के कारण सुनवाई नहीं होगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 10:24 PM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 10:24 PM (IST)
मुख्तार के करीबी के अवैध निर्माण पर सुनवाई पांच को
मुख्तार के करीबी के अवैध निर्माण पर सुनवाई पांच को

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी गणेशदत्त मिश्रा के पिता शिवशंकर मिश्रा के रजदेपुर देहाती में अवैध निर्माण पर आज यानी मंगलवार को अवकाश होने के कारण सुनवाई नहीं होगी। जिलाधिकारी की अगुवाई वाली बोर्ड अब इस पर पांच दिसंबर को सुनवाई करेगी।

सदर एसडीएम की कोर्ट ने बीते 12 नवंबर को एक सप्ताह का समय देते हुए आदेश दिया था कि अगर इस अवधि में स्वयं अवैध निर्माण को नहीं गिराए तो प्रशासन इसे ध्वस्त कर देगा। इसमें जो खर्च आएगा वह वसूल भी किया जाएगा। सदर एसडीएम की कोर्ट ने बताया था कि यह बिल्डिग मानक विहीन व बिना मास्टर प्लान की स्वीकृति के बनी है। इस पर मालिकान ने जिलाधिकारी के यहां अपील दाखिल की थी। आज यानि मंगलवार को सुनवाई होने वाली थी, लेकिन अवकाश के कारण नहीं हो पाएगी। शासन व प्रशासन की सख्ती के कारण मुख्तार अंसारी के परिजनों, उनके रिश्तेदारों व करीबियों में खलबली मची हुई है।

अब यह तय है कि मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के करीबियों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। नगर से सटे रजदेपुर देहाती स्थित गणेशदत्त मिश्रा के पिता शिवशकर मिश्र के नाम से हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त करने का सदर एसडीएम ने नोटिस जारी किया था। जिस तरह के मुख्तार के करीबियों के खिलाफ जिला प्रशासन की कार्रवाई चल रही है, उसे अगर देखा जाए तो शीघ्र ही यह अवैध निर्माण भी ध्वस्त हो सकता है। शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन मुख्तार अंसारी, उनके परिजनों व करीबियों पर बीते पाच माह से लगातार कार्रवाई कर रहा है। इसी के तहत रजदेपुर देहाती स्थित शिवशकर मिश्रा के आलीशान मकान को ध्वस्त करने का सदर एसडीएम ने बीते 12 नवंबर को ध्वस्त करने का आदेश जारी किया। उन्होंने सख्त निर्देश दिया था कि एक सप्ताह के अंदर अगर आप स्वयं अवैध निर्माण को नहीं गिराएंगे तो प्रशासन इसे ध्वस्त कर देगा। इसमें जो भी खर्च आएगा, उसे आपसे वसूल किया जाएगा।

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