संक्रमण कम होते ही प्रवासियों की वापसी शुरू

जागरण संवाददाता गाजीपुर कोरोना वायरस की दूसरी लहर का असर कम हुआ तो लोग रोजगार के सिलसिले में वापस दूसरे शहरों में जाने लगे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 09:39 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 09:39 PM (IST)
संक्रमण कम होते ही प्रवासियों की वापसी शुरू
संक्रमण कम होते ही प्रवासियों की वापसी शुरू

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : कोरोना वायरस की दूसरी लहर का असर कम हुआ तो लोग रोजगार के सिलसिले में महानगरों की ओर लौटने लगे। जनपद से चलने वाली सुहेलदेव एक्सप्रेस व बांद्रा टर्मिनस में सीटें 15 जुलाई तक फुल हो गई है। कंपनी या फैक्ट्री से बुलावा आने पर प्रवासी श्रमिक कंफर्म टिकट का इंतजार नहीं कर रहे हैं। वे ट्रेन में सवार होकर मुंबई और दिल्ली की ओर रवाना हो रहे हैं। ट्रेनों में जुर्माना देकर सफर कर रहे हैं। हालांकि इस दौरान ट्रेनों में कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन भी नहीं किया जा रहा है।

महानगरों से बुलावा आने और आर्थिक संकट बढ़ने पर लोग महानगरों की ओर लौटने लगे हैं। वहीं, ट्रेनों में जगह न होने के बावजूद लोग सफर कर रहे हैं। भीड़ बढ़ने की वजह से शारीरिक दूरी का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। यह लापरवाही फिर भारी पड़ सकती है। क्योंकि कोरोना का असर कम हुआ है समाप्त नहीं हुआ है। --- कंफर्म टिकट का इंतजार करने का वक्त नहीं है

गाजीपुर से आनंदविहार तक चलने वाली सुहेलदेव में इस कदर भीड़ रही जैसे कोरोना अब समाप्त हो गया है। मुहम्मदाबाद के उमेश और रवि का कहना है कि ट्रेन में जगह नहीं थी। फिर भी कंपनी से बुलावा आने पर जाना पड़ रहा है। तीन माह से घर पर बेरोजगार बैठे हैं। आर्थिक संकट बढ़ रहा है। ऐसे में टिकट का इंतजार करना और मुश्किल हो रहा था। टीटीई को एक हजार रुपये जुर्माना भरकर टू एस कोच से करीब छह लोग जाएंगे। सभी ने जुर्माना भर दिया है, ताकि रास्ते में दिक्कत न हो। इस तरह कई प्रवासी श्रमिक जुर्माना भरकर प्रतिदिन सफर कर रहे हैं ----- - बिना आरक्षित टिकट ट्रेन में यात्रा कर सकते हैं यात्री। यह टीटीई के विवेक पर है कि वह उन्हें कहा बैठकर यात्रा करने की अनुमति देता है। - रामायन यादव, स्टेशन अधीक्षक।

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