फोन पर पूछकर दवा देता मिला अकेला वार्ड ब्वाय

जागरण संवाददाता खानपुर (गाजीपुर) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अनौनी में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का अंजाम दो दर्जन गांवों के लोग भुगत रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 04:31 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 04:31 PM (IST)
फोन पर पूछकर दवा देता मिला अकेला वार्ड ब्वाय
फोन पर पूछकर दवा देता मिला अकेला वार्ड ब्वाय

जागरण संवाददाता, खानपुर (गाजीपुर) : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अनौनी में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का अंजाम दो दर्जन गांवों के लोग भुगत रहे हैं। सिर्फ चार स्वास्थ्यकर्मियों के भरोसे चलाए जा रहे केंद्र पर शनिवार को सिर्फ एक वार्ड ब्वाय ही मिला। इसे विडंबना नहीं तो और क्या कहा जाएगा कि स्वास्थ्य केंद्र पर अकेले मौजूद बृजनंदन प्राथमिक पर इलाज के लिए आए मरीजों की दवा डा. प्रकाश पांडेय से फोन द्वारा पूछकर वितरित कर रहे थे।

'दैनिक जागरण' के शनिवार की पड़ताल में पता चला कि स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डा. प्रकाश पांडेय की ड्यूटी जिला मुख्यालय के पोस्टमार्टम हाउस में लगी है। अनौनी के फार्मासिस्ट राजनाथ की ड्यूटी मोबाइल वैक्सीनेशन टीम में और लैब सहायक महातिम की ड्यूटी सैदपुर चिकित्सालय पर निर्धारित की गई थी। उधर फोन पर परामर्श लेकर केंद्र पर आए रोगी शीतला देवी, पारसनाथ, दशनी देवी, श्यामलाल, विजय बहादुर, सुलेखा और पलटन राम को सर्दी खांसी और दर्द के साथ आंख में डालने की दवा दी गई। कोरोनाकाल में बंद चल रही ओपीडी के खुलने के बाद लोगों का प्राथमिक उपचार के लिए आना कुछ कम हुआ है। उधर स्किन एलर्जी और बुखार के रोगियों के लिए डाक्टर के परामर्श पर दवा वितरित किया गया। केंद्र के ओपीडी में दोपहर दो बजे तक स्वास्थ्य केंद्र पर मात्र सात मरीजों का उपचार किया जा सका था। हल्की-फुल्की बीमारियों के अधिकतर रोगी चिकित्सक की अनुपस्थिति जानकर वापस लौट जा रहे थे। बिना किसी सफाईकर्मी और नर्स के चल रहे अनौनी अस्पताल पर दवाइयां और सुविधाएं तो हैं पर केंद्र पर तैनात चिकित्साकर्मियों की ड्यूटी अन्यत्र लगाने से क्षेत्र के दो दर्जन गांवों के सैकड़ों मरीजों को सैदपुर तक का सफर करना पड़ता है।

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उदासीनता की एक बानगी यह भी

शनिवार को विभागीय लापरवाही की एक और बानगी अनौनी केंद्र पर देखने को मिली। यहां एकमात्र एएनएम के सहारे वैक्सीनेशन कैंप चलाया जा रहा है। अकेली एएनएम निर्मला देवी लोगों का ओटीपी चेक करना, फार्म भरने व क्रमांक लिखने के साथ वैक्सीन भी लगा रहीं थीं। लापरवाही इतनी कि एएनएम ने खुद मास्क नहीं लगाया था। कोविड वैक्सीन लगवा चुके लोगों के आराम करने और किसी आकस्मिक समस्या आने पर उनकी देखभाल के लिए कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था।

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