अतिक्रमण हटवाने गए एसडीएम से भिड़े थानाध्यक्ष, पहुंचे एडीएम

कासिमाबाद (गाजीपुर) होलिका स्थल पर अतिक्रमण को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को समझाने पहुंचे एसडीएम मंशाराम वर्मा को महंगा पड़ गया। अतिक्रमणकारी फालोअर के पक्ष में खड़े थानाध्यक्ष हेमंत सिंह एसडीएम को ही भला-बुरा कहने के साथ ही मौके से फोर्स लेकर चले गए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Mar 2019 06:01 PM (IST) Updated:Fri, 22 Mar 2019 09:41 PM (IST)
अतिक्रमण हटवाने गए एसडीएम से भिड़े थानाध्यक्ष, पहुंचे एडीएम
अतिक्रमण हटवाने गए एसडीएम से भिड़े थानाध्यक्ष, पहुंचे एडीएम

जासं, कासिमाबाद (गाजीपुर) : होलिका-स्थल पर अतिक्रमण को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को समझाने पहुंचे एसडीएम मंशाराम वर्मा को उस समय विचित्र स्थिति का सामना करना पड़ा जब अतिक्रमणकारी फालोअर के पक्ष में थानाध्यक्ष हेमंत सिंह ही सामने खड़े नजर आए। थानाध्यक्ष ने न केवल एसडीएम को भला-बुरा कहा बल्कि वह मौके से फोर्स लेकर चले गए। थानेदार के इस दु‌र्व्यवहार से नाराज एसडीएम ने डीएम के. बालाजी से शिकायत दर्ज कराई। कुछ देर बाद एडीएम राजेश सिंह व अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चंद्रप्रकाश शुक्ला मौके पर पहुंचे और अतिक्रमण को हटवाया।

जहूराबाद मलिकपुरा व चकजैनब के ग्रामीण कई वर्षों से बरेसर थाने के सामने होलिका दहन करते आ रहे हैं। मगर आरोप है कि कुछ वर्षों से उस स्थान पर थाने के फालोअर रघुनाथ राम ने अतिक्रमण कर लिया गया है। ग्रामीणों ने अतिक्रमण हटाने के लिए कई बार गुहार लगाई लेकिन मामला फालोअर का होने के कारण पुलिस उसे ठंडे बस्ते में डालती रही। इससे नाराज ग्रामीणों ने बुधवार को होलिका-दहन नहीं किया और अगले दिन गुरुवार को होलिका-स्थल प्रदर्शन करने लगे। इसकी जानकारी होते ही एसडीएम मंशाराम वर्मा मौके पर पहुंचे और थानाध्यक्ष हेमंत सिंह को बुलवाया। एसडीएम ने अतिक्रमण हटवाने की बात कही तो थानाध्यक्ष ने कहा कि पहले गांव में जहां-जहां अतिक्रमण हुआ है, सभी को हटाया जाए, तब फालोअर भी हटाएगा। इस पर एसडीएम ने उन्हें टोका तो कहासुनी हो गई। थानाध्यक्ष बिना अतिक्रमण हटाए ही फोर्स लेकर चले गए। हालांकि बाद में उच्चाधिकारियों के आने के बाद अतिक्रमण हटाया गया तब जाकर दोपहर में होलिका दहन हुआ। डीएम को पूरे मामले से करा दिया गया है अवगत

थानाध्यक्ष की कार्यप्रणाली की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। उन्होंने जिस तरीके से मेरे साथ व्यवहार किया, मैं उनके रहते सकुशल चुनाव संपन्न नहीं करा पाऊंगा। रही बात अतिक्रमण हटाने की तो एसडीएम व एसपी ग्रामीण के आने के बाद उसे हटा दिया गया है।

-मंशाराम वर्मा, एसडीएम कासिमाबाद।

मेरे ऊपर लगाए गलत आरोप

: मेरे द्वारा एसडीएम कासिमाबाद के साथ कोई गलत व्यवहार नहीं किया गया। मैं तो ग्रामीणों को समझा रहा था। ऐसे में मेरे ऊपर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, गलत है।

-हेमंत कुमार सिंह, थानाध्यक्ष बरेसर।

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