ृ शरद पूर्णिमा आज, होगी अमृत वर्षा
आश्विन मास के शुक्लपक्ष की शरद पूर्णिमा आज मंगलवार को मनाई जाएगा।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : आश्विन मास के शुक्लपक्ष की शरद पूर्णिमा आज मंगलवार को मनाई जाएगी। शरद पूर्णिमा की रात सोलह कलाओं से परिपूर्ण चंद्रमा से निकलने वाली किरणें अमृत समान होती हैं। ऐसे में श्रद्धालु पूर्णिमा की रात में खीर बनाकर खुले आसमान के नीचे रखकर दूसरे दिन इसे आस्था के साथ ग्रहण करेंगे।
खानपुर: शरद पूर्णिमा, वर्षा और शीत ऋतु के संधि काल की पूर्णिमा होती है और चंद्रमा अपनी पूर्ण कला में होता है। आज चंद्रमा अमृत वर्षा करता है जिससे शरद पूर्णिमा के चंद्रमा के पूजन से स्वस्थ और निरोगी काया की प्राप्ति होती है। खानपुर के सरयू पांडेय बताते हैं कि शरद पूर्णिमा का दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का खास दिन है आज मां लक्ष्मी रात में भम्रण पर निकलती हैं। शरद पूर्णिमा के चांदनी रात में भगवान कृष्ण ने गोपियों के साथ रास रचाया था। शरद पूर्णिमा के दिन सुबह उठकर व्रत का संकल्प कर किसी पवित्र नदी या कुंड में स्नान करना चाहिए। स्वच्छ वस्त्र धारण करने के बाद अपने ईष्टदेव की अराधना पूजा के दौरान भगवान को गंध, अक्षत, तांबूल, दीप, पुष्प, धूप, सुपारी और दक्षिणा अर्पित करें। रात्रि के समय गाय के दूध से खीर बनाएं और आधी रात को भगवान को भोग लगाकर रात को खीर से भरा बर्तन चांद की रोशनी में रख दें। दूसरे दिन सुबह यह खीर प्रसाद के रूप में सभी को वितरित करें। पूर्णिमा तिथि 19 अक्टूबर को शाम सात बजे से प्रारंभ होगी, जो कि 20 अक्टूबर 2021 को रात आठ बजकर 20 मिनट पर समाप्त होगी।