गुनाहों से निजात की रात शब-ए-बरात आज

गाजीपुर शब-ए-बरात गुनाहों से निजात की रात है। सच्चे दिल से तौबा करने वालों को उसका रब माफ कर देता है। शनिवार को मनाये जाने वाले इस पर्व की तैयारियों में मुस्लिम समुदाय पूरे जोर-शोर से जुटा हुआ है। मस्जिदों के साथ कब्रिस्तान की सफाई अंतिम चरण में पहुंच चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 06:31 PM (IST) Updated:Sat, 20 Apr 2019 06:13 AM (IST)
गुनाहों से निजात की रात शब-ए-बरात आज
गुनाहों से निजात की रात शब-ए-बरात आज

जासं, गाजीपुर : शब-ए-बरात गुनाहों से निजात की रात है। सच्चे दिल से तौबा करने वालों को उसका रब माफ कर देता है। शनिवार को मनाये जाने वाले इस पर्व की तैयारियों में मुस्लिम समुदाय पूरे जोर-शोर से जुटा हुआ है। मस्जिदों के साथ कब्रिस्तान की सफाई अंतिम चरण में है। इस दिन मुस्लिम समाज अपने पूर्वजों की मगफिरत की दुआएं करने के साथ पूरी रात इबादत व दुआएं करता है।

कुरान व हदीस की रोशनी में मान्यता है कि शब-ए-बरात की रात में की जाने वाली दुआएं कबूल होती हैं। इस रात फरिश्तों का काफिला जमीन पर उतर कर पुकार लगाता है कि है कोई जो अपनी गुनाहों का तौबा कर अपनी जिदगी को खुशहाल बनाने की अर्जी करे। अल्लाह आज अंतरआत्मा से फरियाद करने वालों की मुराद पूरी करेगा। इस्लामी किताबों में इस रात की बड़ी फजीलत बयान की गई है। कहा जाता है की इसी रात अल्लाह अपने दूतों या फरिश्तों को पूरे साल की योजना सौंप देता है। यानी किसकी मौत होनी है तथा किसका जन्म कब होना है। बंदे के रोजगार का लेखा-जोखा इसी दिन तय किया जाता है।

बारा : दारुल उलूम अहले सुन्नत मदरसा गौसिया बारा के प्रिसिपल मौलाना कलीमुद्दीन शम्सी ने बताया कि शबे बरात इस्लामिक कैलेंडर के आठवें महीने व उर्दू महीना शाबान की 14वीं तारीख को पड़ता है। मुसलमानों के लिए यह रात बेहद महत्वपूर्ण रात मानी जाती है। इस दिन दुनिया भर के मुसलमान दिन-रात अल्लाह की इबादत करते हैं। इस रात में विशेष रूप से अल्लाह से अपने गुनाहों की तौबा करते हैं। मौलाना ने बताया कि शबे बरात का तात्पर्य ही होता है गुनाहों से तौबा, रोजी (रोजगार) की तलब, व्यापार को बढ़ावा और औलाद मांगने की रात। यही कारण है कि मुसलमान इस रात बढ़-चढ़कर इबादत करते हैं। कुरान का पाठ करने के साथ ही मस्जिदों और घरों को सजाते हैं। कब्रिस्तानों में उजाला करते हैं और अपने पुरखों के लिए अल्लाह से दुआ करते हैं। बताया कि इस रात आतिशबाजी करना सख्त गुनाह है। इससे लोगों को दूर रहने के लिए अपील की।

chat bot
आपका साथी