मनरेगा कक्ष में गंदगी देख नाराज हुए प्रभारी मंत्री
जागरण संवाददाता गाजीपुर प्रदेश सरकार के ग्राम्य विकास राज्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री ने बैठक की।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : प्रदेश सरकार के ग्राम्य विकास राज्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल शनिवार को जिले में थे। इस दौरान उन्होंने पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस में पार्टी के चुनाव संचालन समिति के साथ बैठक की इसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग का उपाध्यक्ष चुने जाने पर प्रभुनाथ चौहान को सम्मानित किया। मनिहारी ब्लाक, मनरेगा, बाल विकास विभाग, समाज कल्याण, स्वास्थ्य केंद्र आदि का निरीक्षण करते हुए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात कर बातचीत की। उनसे मानदेय के संदर्भ में भी पूछा। मनरेगा लेखा कक्ष में निरीक्षण के दौरान गंदगी देख प्रभारी मंत्री नाराज हो गए। उन्होंने वहां उपस्थित कर्मचारियों से पूछा कि आपका घर होता तो आप ऐसे ही गंदगी रहने देते? उन्होंने कार्यवाई सुनिश्चित करने के लिए खंड विकास अधिकारी धर्मेंद्र कुमार मिश्रा से मनरेगा लेखा कक्ष में बैठने वाले कर्मचारियों का पद, नाम की सूची मांगी। बाल विकास पुष्टाहार विभाग के निरीक्षण में गोदाम खोलवाकर देखा तो वहां बरसात का पानी छत से टपक रहा था, जिसमें दाल सहित आदि समान रखा गया था। उन्होंने छत पर पड़े कूड़ा-करकट को तत्काल सफाईकर्मियों से हटवाने का आदेश दिया। भाजपा कार्यकर्ताओं से औपचारिक मुलाकात तथा समस्याओं से अवगत हुए। ब्लाक सभागार में आनंद स्वरूप शुक्ल ने कार्यकर्ताओं से औपचारिक भेंट करके उनकी समस्याओं को सुना और उसके समाधान का आश्वासन दिया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, अजय राय सहित मुख्य विकास अधिकारी, बीडीओ, सीडीपीओ, प्रभारी एडीओ पंचायत अजय कुमार, उपेंद्र चौहान, अखिलेश सिह आदि उपस्थित थे।
प्रभारी मंत्री से दुकानदारों ने लगाई गुहार
गाजीपुर : जिला प्रशासन द्वारा हटाए जाने पर जिला अस्पताल परिसर में चाय-पान की दुकान चलाकर रोजी-रोटी कमाने वाले दुकानदार पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस में प्रभारी मंत्री से मिलने पहुंचे। उन्होंने मंत्री को पत्रक सौंप कर दुकान न हटाए जाने की मांग की। उनका कहना था कि कोरोना काल में अस्पताल के मरीजों व चिकित्साकर्मियों की उन्होंने खूब सेवा की है। जब पूरा लाकडाउन था तब उन्होंने सभी का चाय-नाश्ता व पानी उपलब्ध कराया। कोरोना रोगियों के लिए गरम पानी की व्यवस्था की। इससे कम से कम चार दर्जन परिवारों की जीविका चल रही है। मंत्री ने जिला प्रशासन से बात करने का आश्वासन दिया। मिलने वालों में संतोष यादव, इमरान, शानू, पवन, कमलेश, माया, धरम व महफूज आदि थे।