ग्राम प्रधान, सचिव व तकनीकी सहायक से होगी रिकवरी
जासं, गाजीपुर : भ्रष्टाचार की जड़ें जिले में किस कदर गहरी हो चुकी हैं और इसे अंजा
जासं, गाजीपुर : भ्रष्टाचार की जड़ें जिले में किस कदर गहरी हो चुकी हैं और इसे अंजाम देने वालों को किसी का खौफ नहीं है। मरदह ब्लाक के नोनरा गांव के इस मामले से समझा जा सकता है। जिसके खेत का समतलीकरण दिखाकर 98 हजार से अधिक गड़प कर लिया गया उसके नाम एक धूर भी जमीन नहीं है। हैरत यह कि दिल्ली की टीम के दोबारा सख्त निर्देश पर आरोपी ग्राम प्रधान, सचिव व तकनीकी सहायक से रिकवरी का आदेश हुआ।
बीते वर्ष आठ फरवरी को शिकायतकर्ता संदीप प्रताप ¨सह के पत्र पर जांच टीम द्वारा पाया गया कि नोनरा गांव निवासी परमहंश के खेत की समतलीकरण के नाम पर वित्तीय वर्ष 2016-17 में 98 हजार 832 रुपये खर्च किए गए हैं जबकि परमहंश के भूस्वामी होने का कोई प्रमाण व खतौनी नहीं है। जब लाभार्थी परमहंश से जानकारी ली गई तो पता चला कि उनके नाम से कोई जमीन ही नहीं है। इसके बाद बीते वर्ष 25 दिसबंर से लेकर 6 जनवरी तक मुख्य लेखा नियंत्रक कार्यालय आंतरिक लेखा परीक्षा ¨वग ग्रामीण विकास मंत्रालय नई दिल्ली के आडिट दल द्वारा जांच-पड़ताल की गई तो धनराशि गबन का मामला प्रकाश में आया। टीम ने धनराशि वसूले का निर्देश जिला प्रशासन को दिया। बावजूद इसके न जाने क्यों इस आदेश को रद्दी टोकरी में डाल दिया गया। जानकारी पर पुन: एक सप्ताह पूर्व टीम ने जब सख्त रवैया अख्तियार किया तब जाकर ग्राम प्रधान, सचिव व तकनीकी सहायक से धनराशि वसूलने का निर्देश बीडीओ (मनरेगा) को जारी किया गया।
टीम ने पकड़ी थी गड़बड़ी
- भूमि समतलीकरण का कार्य।
- नाली, खंड़जा, मिट्टी चकरोड में गड़बड़ी।
- पोखरे की खोदाई में मिली थी गड़बड़ी।