सरकारी भवनों में भी गिनती के रेन हार्वेस्टिग सिस्टम

जागरण संवाददाता गाजीपुर बारिश का मौसम शुरू हो गया है लेकिन आसमान से गिरने वाले अनमोल जल का संचय कैसे होगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 09:36 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 09:36 PM (IST)
सरकारी भवनों में भी गिनती के रेन हार्वेस्टिग सिस्टम
सरकारी भवनों में भी गिनती के रेन हार्वेस्टिग सिस्टम

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : बारिश का मौसम शुरू हो गया है, लेकिन आसमान से गिरने वाले अनमोल जल का संचय कैसे होगा? इस पर कोई ठोस कार्ययोजना नहीं है सरकार व प्रशासन के पास। ऐसे में हर वर्ष की तरह इस साल भी करोड़ों लीटर पानी बर्बाद होगा। कारण, दो-चार को छोड़ किसी भी सरकारी भवन में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम नहीं है और न ही भविष्य में ऐसी कोई योजना दिखाई दे रही है। सरकारी भवनों में केवल गिनती के छह से सात रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनाए गए हैं जिसमें विकास भवन का निष्प्रयोज है।

नियम के मुताबिक 300 वर्ग मीटर से बड़े भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगवाना आवश्यक है, लेकिन इसका पालन नहीं हो रहा है। करोड़ों रुपये खर्च कर बड़े-बड़े सरकारी भवन बनाए जा रहे हैं, लेकिन किसी में भी यह सिस्टम नहीं लगाया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा जनता को जागरूक न करने से इसके प्रति लोग उदासीन हैं। बहुत से लोगों को इसके बारे में जानकारी तक नहीं है। दुर्भाग्यवश नगर में कहीं भी न तो कोई वाटर हार्वेस्टिग प्लांट लगा है और न ही इसके लिए कोई पहल हुई है। विकास भवन में रहने वाले अफसरों को भी इसकी चिता नहीं है।

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- कहने को तो विकास भवन में पीछे की ओर रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनाया गया है, लेकिन यह फिलहाल अनुपयोगी है। भवन के पीछे दो बड़े-बड़े टैंक बनाए गए हैं, लेकिन उनमें भवन के छत पर एकत्र होने वाले वर्षा जल के आने के लिए कोई व्यवस्था नहीं बनाई गई है। ऐसे में वह बेकार पड़ा हुआ है। देखरेख के अभाव में अब तो टैंक भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे छत पर एकत्र होने वाला वर्षा का जल यूं ही नालियों में बह जाता है। विकास भवन से ही जिले की सभी विकास योजनाएं संचालित होती हैं, लेकिन वहीं का यह हाल अफसोसजनक है।

---- डीआरडीए भवन में बना है रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम

- विकास भवन परिसर में ही स्थित डीआरडीए बिल्डिग में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनाया गया है जो काम करता है। इस भवन की छत पर एकत्र होने वाला वर्षा का जल हार्वेस्टिग सिस्टम के माध्यम से जमीन में चला जाता है। इसे अभी दो वर्ष पहले तत्कालीन सीडीओ हरिकेश चौरसिया ने इसे बनवाया था।

---- - जिले में केवल छह-सात सरकारी भवनों में ही रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगा है, जो कामयाब है। शासन के आदेश के मुताबिक सभी सरकारी विभागों को अपने भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाना है। समय से बजट नहीं मिल पाने के कारण फिलहाल ऐसा हो नहीं पा रहा है।

- जैनेंद्र, एई लघु सिचाई विभाग।

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