पुलिस ने छापा मारकर आठ जुआरियों को पकड़ा

गहमर कोतवाली क्षेत्र के बारा गांव में शुक्रवार रात छापा मारकर पुलिस ने जुआ खेल रहे आठ युवकों को गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 14 Nov 2020 09:15 PM (IST) Updated:Sat, 14 Nov 2020 09:15 PM (IST)
पुलिस ने छापा मारकर आठ जुआरियों को पकड़ा
पुलिस ने छापा मारकर आठ जुआरियों को पकड़ा

जागरण संवाददाता, बारा (गाजीपुर) : गहमर कोतवाली क्षेत्र के बारा गांव में शुक्रवार रात छापा मारकर पुलिस ने जुआ खेल रहे आठ युवकों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 3 हजार 480 रुपये बरामद कर सभी को थाने लाया गया, जहां से उन्हें निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। शुक्रवार की रात चौकी प्रभारी बारा केपी सिंह को सूचना मिली कि बारा गांव में उप डाकघर के पास जुआ खेला जा रहा है। आसपास मोहल्ले के कुछ युवक वहां पर इकट्ठा हैं। चौकी प्रभारी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे तो जुआ खेल रहे युवक भागने लगे। पुलिस ने आठ युवकों को दौड़ाकर पकड़ लिया। मौके से तीन हजार 480 रुपये नकद बरामद किए। जुआरियों का अड्डा बना खानपुर पशु अस्पताल

जागरण संवाददाता, खानपुर (गाजीपुर) : क्षेत्र के अधिकांश पशु चिकित्सालय कूड़ा घर और खंडहर में तब्दील हो गए हैं। खानपुर स्थित पशु चिकित्सालय तो जुआरियों का अड्डा बन गया है। इसकी हालत इतनी खराब है कि यहां तक जाने के लिए इंसान तो दूर पशुओं के पहुंचने लायक भी रास्ता नहीं है। यहां कोई चिकित्सक तक तैनात नहीं है।

विभाग की अनदेखी के चलते मात्र एक महिला चौकीदार के भरोसे यह पशु अस्पताल चल रहा है। स्थानीय पशु पालक पप्पू सिंह, राजेश बिद और सुजीत त्रिपाठी, गोविद यादव कहते हैं कि इस अस्पताल से पशुपालकों को घोर निराशा होती है। यहां डाक्टर, फार्मासिस्ट, ड्रेसर का दर्शन पाना दुर्लभ है। पशुओं के उपचार के लिए महंगे निजी चिकित्सकों और झोलाछाप फार्मासिस्ट पर निर्भर रहना पड़ता है। पशुओं के टीकाकरण और जांच संबंधी कार्यों के लिए पशु पालकों को दर दर भटकना पड़ता है। पशु अस्पताल में दिनरात जुआरियों और नशेड़ियों का जमावड़ा लगा रहता है। परिसर के अंदर और कमरों में उगे झाड़ और घासफूस चिकित्साकर्मियों के कारगुजारियों का दास्तान खुद ब खुद बयां करते हैं। पशुपालकों का आरोप है कि कभी-कभार फार्मासिस्ट का दर्शन हो जाता है पर आजतक किसी डाक्टर को यहां बैठते नही देखा गया। पशु चिकित्सकों की लापरवाही और अनदेखी से क्षेत्र के पशुपालकों में जबरदस्त नाराजगी और आक्रोश है। पूर्व एमएलसी डा. विजय यादव ने विभागीय अधिकारियों से मांग की है कि तत्काल इन पशु चिकित्सालयों पर डाक्टरों के नियमित बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाय।

वर्जन--

खानपुर में सैदपुर के चिकित्सक डा. सुनील शुक्ला को प्रभार दिया गया है। उनके पास तीन चिकित्सालयों का प्रभार है। सप्ताह में एक दिन वहां जाते हैं। इसके अलावा वहां जो भी अन्य समस्याएं हैं, उसे शीघ्र दूर कर लिया जाएगा।

- डा. सुनील कुमार सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी।

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