सीएम आरोग्य स्वास्थ्य मेला में लाभान्वित हुए मरीज

ृकोविड-19 पर काफी हद तक नियंत्रण पाने के बाद मुख्यमंत्री आरोग्य ।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 06:07 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 06:07 PM (IST)
सीएम आरोग्य स्वास्थ्य मेला में लाभान्वित हुए मरीज
सीएम आरोग्य स्वास्थ्य मेला में लाभान्वित हुए मरीज

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : कोविड-19 पर काफी हद तक नियंत्रण पाने के बाद मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों का आयोजन रविवार से दोबारा शुरू हुआ। जिले के सभी पीएचसी, सीएचसी और स्वास्थ्य उप केंद्रों पर आयोजित इस मेला में मरीजों की निश्शुल्क जांच के साथ ही दवा दी गई। मेला का उद्घाटन नगर पालिका अध्यक्ष सरिता अग्रवाल ने किया।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल ने हमें यह सिखा दिया है कि स्वास्थ्य अब हमारी प्राथमिकता है। इसमें लापरवाही हम सभी के लिए घातक होगी। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नोडल डा. मनोज सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर जिले के न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हाथीखाना सहित 62 केंद्रों व जिला अस्पताल में मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया जा रहा है। मेला कराने का उद्देश्य स्पष्ट है कि एक ही छत के नीचे लोगों को अधिकाधिक स्वास्थ्य सुविधाएं, जांच, उपचार और दवा उपलब्ध हो। हमारा प्रयास है कि इस मेला से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों। धामूपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 17 मरीजों की जांच

दुल्लहपुर : धामूपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगे स्वास्थ्य आरोग्य मेला में 17 मरीजों का निश्शुल्क उपचार कर दवा उपलब्ध कराई गई। ग्राम प्रधान सिकानु राम ने मेला का उद्घाटन किया। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. राकेश रोशन ने कहा कि शासन की मंशा है कि लोगों के निश्शुल्क उपचार के लिए प्रत्येक रविवार को स्वास्थ्य केंद्र पर आरोग्य मेला का आयोजन किया जाए। मेला में प्रभारी चिकित्साधिकारी ने एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से मेला आयोजन की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य लाभ उठाने का आह्वान किया। इसमें डा. राकेश रोशन चिकित्सा अधिकारी और फार्मासिस्ट आरएस चौरसिया, कुसुमलता गौतम एनएनएम और स्वास्थ्य कर्मी ललितकुमार, अखिलेश यादव, अभिषेक कुमार, शुभम यादव और मनोज कुमार सामाजिक कार्यकर्ता अनिकेत चौहान आदि लोग मौजूद थे।

ये मिलीं सुविधाएं

मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों में गोल्डन कार्ड बनवाने, गर्भावस्था एवं प्रसवकालीन परामर्श, पूर्ण टीकाकरण एवं परिवार नियोजन संबंधी साधनों एवं परामर्श की व्यवस्था रही। इसके साथ ही संस्थागत प्रसव संबंधी जागरुकता, जन्म पंजीकरण परामर्श, नवजात शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा परामर्श एवं सेवाएं, बच्चों में डायरिया एवं निमोनिया की रोकथाम के साथ ही टीबी, मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, कुष्ठ आदि बीमारियों की जानकारी, जांच एवं उपचार की निश्शुल्क सेवाएं दी गईं। पीएचसी पर जो जांचें नहीं हो पाईं उन मरीजों को जांच के लिए सीएचसी अथवा जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।

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