खुले आसमान में रखे धान का उठान शुरू

बारा (गाजीपुर) : विकास खंड भदौरा की साधन सहकारी समिति बारा-भतौरा पर खुले आसमान में रखा धान का उठान शुरू हो गया है। धान को राइस मिलरों के पास भेजा जा रहा है। किसानों के 50 लाख रुपये का भुगतान विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से अब तक नहीं हुआ है। इसे लेकर किसानों में आक्रोश है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Feb 2019 04:58 PM (IST) Updated:Mon, 18 Feb 2019 09:41 PM (IST)
खुले आसमान में रखे धान का उठान शुरू
खुले आसमान में रखे धान का उठान शुरू

जागरण संवाददाता, बारा (गाजीपुर) : 'दैनिक जागरण' में खबर प्रकाशित होने के बाद विकास खंड भदौरा की साधन सहकारी समिति बारा-भतौरा पर खुले आसमान में रखे धान का उठान शुरू हो गया है। धान को राइस मिलरों के पास भेजा जा रहा है। किसानों का 50 लाख रुपये का भुगतान विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से अब तक नहीं हो पाया है। इसे लेकर किसानों में आक्रोश है।

इस समिति पर 20 हजार ¨क्वटल धान खरीद का लक्ष्य था। लक्ष्य के सापेक्ष 7300 ¨क्वटल धान की खरीदारी हुई थी। इसमें से 5500 ¨क्वटल धान का उठान नहीं हुआ था। समिति का गोदाम भर जाने के बाद शेष धान को पंचायत भवन के बरामदे में रखवाया गया। बावजूद इसके हजारों ¨क्वटल धान खुले आसमान के नीचे बारिश में कई बार भींग गये। इसको लेकर 'दैनिक जागरण' ने अपने 10 फरवरी के अंक में पेज दो पर 'क्रय केंद्र पर 5500 ¨क्वटल धान पड़ा डंप' शीर्षक से लीड खबर प्रमुखता से सचित्र प्रकाशित किया। इसके बाद विभागीय अधिकारी सक्रिय हुए। आनन-फानन में सोमवार को समिति पर वाहनों को भेज कर धान का उठान शुरू हो गया। हालांकि किसानों का कहना है कि उनके बकाया राशि का भुगतान अब तक नहीं किया गया है। किसान अबु सलाम का साढ़े तीन लाख रुपये बाकी है। हरिशंकर का एक लाख तेरह हजार रुपये, एजाज खां का 56 हजार, दयाधर का साढ़े तीन लाख रुपये व फिरोज खां का 68 हजार रुपये अभी भी बकाया है। वहीं, अन्य किसानों का भी लाखों रुपये बकाया राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। समिति के सचिव राजेश राय पप्पू ने बताया कि धान को राइस मिलरों के पास भेजा जा रहा है। जल्द ही बकाया भुगतान किया जाएगा।

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