बिना स्मार्ट फोन चल रहीं आनलाइन कक्षाएं
अरबी-फारसी मदरसा बोर्ड के मदरसों में आनलाइन कक्षाएं तो चल रही।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : अरबी-फारसी मदरसा बोर्ड के मदरसों में आनलाइन कक्षाएं तो चल रही हैं, लेकिन स्मार्ट फोन नहीं होने से बच्चे अपनी पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि अभी कुछ दिनों पहले मदरसा बोर्ड की ओर से शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया था, लेकिन यह सब कुछ बेमानी होता नजर आ रहा है। बहुत से छात्र ऐसे हैं जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं होने से उनकी कक्षाएं नहीं चल पा रही हैं। जिले में 23 अनुदानित व 113 गैर अनुदानित मदरसे संचालित होते हैं। कुल मिलाकर 136 मदरसों में करीब आठ हजार छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं। कोरोना के कारण मदरसों को बंद कर दिया गया और उनकी शिक्षा का इंतजाम आनलाइन कर दिया गया। आर्थिक रूप से कमजोर अधिकतर छात्रों के पास स्मार्ट फोन नहीं है न तो उनके अभिभावक इंटरनेट कनेक्शन लेने का खर्च उठा पा रहे हैं। ऐसे में उनको आनलाइन शिक्षा लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकतर बच्चे पड़ोसी बच्चों की मदद से शिक्षा ग्रहण करते हैं तो कुछ उनकी कापियों को लेकर शिक्षा पूरी कर लेते हैं।
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मदरसा शिक्षकों को दिया गया प्रशिक्षण
- अरबी-फारसी बोर्ड की ओर से मदरसा शिक्षकों को 15-15 दिनों का प्रशिक्षण डायट के शिक्षकों ने दिया था। इसमें बताया गया था कि किस तरह से स्मार्ट फोन के जरिए आनलाइन शिक्षा दी जा सकती है। इस दौरान आनलाइन शिक्षा की बारीकियों को बताया गया था। मदरसों में पढ़ने वाले अधिकतर बच्चे आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं। न तो उनके अभिभावकों के पास स्मार्टफोन हैं और न वह इंटरनेट कनेक्शन का खर्च उठा सकते हैं। ऐसे में पढ़ने की आनलाइन व्यवस्था कारगर साबित नहीं हो रही है।
- मौलाना ताज मुहम्मद, प्रधानाचार्य, चश्म-ए-रहमत ओरिएंटल कालेज।