बजट के अभाव में टीबी रोड पर चार दिनों से काम ठप
प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में शामिल ताड़ीघाट-बारा मार्ग का निर्माण कार्य बजट के अभाव में चार दिनों से ठप है। अगस्त 201
जासं, रेवतीपुर (गाजीपुर) : प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में शामिल ताड़ीघाट-बारा मार्ग का निर्माण कार्य बजट के अभाव में चार दिनों से ठप है। अगस्त 2018 में ही इस काम को पूरा करना था। यह सड़क 38.5 किमी लंबी है। प्रस्तावित 228 करोड़ में करीब 190 करोड़ की लागत से 85 फीसद काम हो चुका है। करीब आठ किमी निर्माण कार्य शेष है। सड़क का अधूरा निर्माण होने से आवागमन में क्षेत्रीय लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।
टीबी रोड बिहार राज्य को यूपी से जोड़ता है। निर्धारित अवधि बीतने के बावजूद अब तक इसका निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। इसके पहले भी वर्ष 2017 में करीब चार माह तक बजट के अभाव में निर्माण कार्य बंद था। कार्यदायी संस्था का कहना है कि अगर शेष बजट का आवंटन हो जाए तो निर्माण कार्य दो माह के अंदर पूरा हो जाएगा। सपा सरकार ने इस अतिमहत्वपूर्ण मार्ग की दयनीय दशा को देखते हुए इसके नवनिर्माण के लिए करीब 228 करोड़ का बजट मंजूर किया था।वर्ष 2016 में इसका निर्माण शुरू हुआ। दो वर्ष के अंदर इस काम को पूरा करना था। इसी बीच धनराशि के अभाव में निर्माण कार्य बंद हो गया। लोक निर्माण विभाग का कहना है कि शेष सड़क को बनाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया लेकिन अभी तक बजट का आवंटन नहीं हो सका। इसके चलते यह निर्माण कार्य ठप पड़ा है। मानक पर उठने लगे सवाल
: रेवतीपुर गांव निवासी अधिवक्ता जय नारायण राय का कहना है कि सड़क का निर्माण मानक के हिसाब से नहीं हो रहा है। बजट का बहाना बनाकर जनता को झांसा दिया जा रहा है। कार्यदायी संस्था की मनमानी के चलते ही कार्य अब तक अधूरा है। सुहवल के पूर्व सैन्य अधिकारी राधामोहन पांडेय ने बताया कि यह शासन व कार्यदायी संस्थान की लापरवाही है। क्षेत्रीय जनता को परेशानी हो रही है। उतरौली के लादू ¨सह का कहना है कि बजट के अभाव में निर्माण कार्य बंद होना शासन की विफलता को दर्शाता है। कार्यदायी संस्था के खिलाफ समय से कार्य पूरा न करने के लिए कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। जगह-जगह पुलिया की मरम्मत के बिना ही ढलाई कर दी गई है। रेवतीपुर के विनोद खरवार ने बताया कि बजट के अभाव में कार्य बंद होना लापरवाही है। शासन को जल्द ही बजट का आवंटन कर शेष निर्माण कार्य को पूरा कराना चाहिए।