जले मासूमों में अपने लाडलों को तलाश रहीं थीं माताएं

मां तो मां होती है। बच्चे पर थोड़ा भी जख्म बर्दाश्त नहीं कर पाती। नारी पंचदेवरा में चचेरे भाइयों के ¨जदा जलने की खबर रोहिता की मां पूजा व आर्यन की मां गुड़िया को मिली तो वे मौके की ओर दौड़ गई। तब तब बच्चे पूरी तरह जल गए थे। जले बच्चों में दोनों मां अपने-अपने लाडलो को खोजने लगी। मगर वे इतना बुरी तरह जल गए थे कि पहचाना मुश्किल था। तब वे उनके शवों के पास बैठकर दहाड़े मारकर रोने लगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jan 2019 07:01 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 07:04 PM (IST)
जले मासूमों में अपने लाडलों को तलाश रहीं थीं माताएं
जले मासूमों में अपने लाडलों को तलाश रहीं थीं माताएं

जासं, गाजीपुर : नारी पंचदेवरा में चचेरे भाइयों के ¨जदा जलने की खबर सुन जो मौके पर गया वह वहां का हृदय विदारक नजारा देख बिलख पड़ा। पूरी तरह जल चुके दोनों शव पहचान में नहीं आ रहे थे तो लोग नियति की इस क्रूरता को कोस रहे थे। रोहित की मां पूजा व आर्यन की मां गुड़िया की हालत बांवली सी हो गई थी तो पीड़ित परिवार के लोग बदहवास। जले मासूमों में अपने लाडलों को तलाश रहीं माताओं का हाल देख सभी रो पड़े।

परिवार की महिलाएं घर पर इस बात से अन्जान अपने काम में व्यस्त थीं कि अभी उन तक वह मनहूस खबर आएगी जो जख्म ताउम्र न भर सकेगा। दोनों बच्चों की माताओं को डेरे पर आग की सूचना लगी तो अनहोनी की आशंका के बीच वह दौड़ पड़ीं उस ओर। वहां जले बच्चों में दोनों अपने-अपने लाडलों को खोजने लगीं। शव इस कदर जल चुके थे कि उन्हें पहचानना मुश्किल था। ऐसे में वे उनके शवों के पास बैठकर दहाड़े मारकर रोने लगीं। दोपहर के वक्त रोहित व आर्यन खेलने डेरे पर गए तो उन्हें क्या पता था कि वे जा तो रहे हैं लेकिन कभी लौटकर नहीं आएंगे। दोनों के जलकर मरने की खबर मां-पिता को मिली तो एक बारगी उन्हें विश्वास नहीं हुआ। बेटों का हाल देख माता-पिता का कलेजा फट गया। वे विलाप शुरू किए तो वहां मौजूद हर शख्स रो पड़ा।

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बिना दुकान बंद किए दौड़े पड़े गो¨वद नारी पंचदेवरा गांव निवासी गो¨वद दोपहर के वक्त अपने सैलून पर मौजूद थे। ग्राहक नहीं होने के चलते वे मोबाइल चार्ज में लगाकर धूप में बैठे थे। उसी दौरान गांव के ही एक व्यक्ति का फोन आया। काल रिसीव किए तो बेटे के जलने की सूचना मिली। खबर सुनते ही उन्हें कुछ नहीं सूझा और वे दौड़ते हुए घर के लिए चल दिए।

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नहीं जले घरों के चूल्हे

गांव में दो बच्चों के ¨जदा जलने से पूरे गांव में मातम छाया हुआ है। शाम को अधिकतर घरों के चूल्हे नहीं जले। मृतकों के दरवाजों पर ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा थी। महिलाएं विलाप कर रहीं थीं तो ग्रामीण उन्हें नम आंखों से ढांढस बंधा रहे थे।

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दो भाई व एक बहन में सबसे छोटा था रोहित

रोहित शर्मा दो भाई व एक बहन में सबसे छोटा था। छोटा होने के चलते माता-पिता का दुलारा था। वहीं आर्यन दो भाई व एक बहन में दूसरे नंबर पर था। दोनों होनहार थे। उनकी मौत सबको रुला गई। पूरे दिन इस अलगली की चर्चा इलाके में होती रही।

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