नवरात्र में छठें दिन पूजी गईं मां कात्यायनी

फोटो- 16 एवं 17सी। जागरण संवाददाता गाजीपुर नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में शारदीय नवर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 06:14 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 06:14 PM (IST)
नवरात्र में छठें दिन पूजी गईं मां कात्यायनी
नवरात्र में छठें दिन पूजी गईं मां कात्यायनी

फोटो- 16 एवं 17सी। जागरण संवाददाता, गाजीपुर : नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में शारदीय नवरात्र में गुरुवार को छठें दिन मां कात्यायनी देवी की पूजा की गई। देवी दुर्गा अपने छठे स्वरूप में मां कात्यायनी के नाम से जानी जाती हैं। इस मौके पर सभी प्रमुख देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। सुबह से ही भक्तों ने मां के दर्शन-पूजन कर सुख एवं समृद्धि की कामना की। समय के साथ देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती ही जा रही है। व्रती श्रद्धालु सुबह से मां के दर्शन में लगे रहे। नगर के प्रमुख देवी मंदिरों गोरा बाजार, महुआबाग, मिश्र बाजार, नवाबगंज, चीतनाथ मोहल्लों में स्थित मंदिरों में सुबह से देर रात तक भक्तों की भीड़ लगी रही। शहर से लकर गांव तक पूजन-अर्चन की धूम है। लोग दर्शन-पूजन कर जीवन को धन्य बना रहे हैं। रेवतीपुर : आस्था का केन्द्र मां भगवती देवी मंदिर में सुबह वह शाम की आरती में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमी रही। मंदिर परिसर में अखंडदीप जल रहा है। मां को लोग नारियल, सिदूर आदि चढ़ाए। मौधा : नायकडीह ग्राम सभा में दुर्गा की मूर्ति स्थापना की गई।

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भक्तों की सभी मनोकामनाएं होती हैं पूरी गहमर : मां कामाख्या धाम मंदिर में भक्तों ने मां दुर्गा के छठें स्वरूप और असुरों का संहार करने वाली मां कामाख्या की श्रद्धापूर्वक पूजा अर्चना कर आलौकिक सुख की कामना की। साथ ही मंदिर में दुर्गासप्तशती पाठ कर देश की सुख समृद्धि और सुख शांति की कामना की गई। पुराणों के अनुसार मां की विधिवत पूजा अर्चना करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। गुरुवार को कामाख्या धाम मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना के बाद मां दुर्गा के छठे स्वरूप कात्यायनी देवी को वस्त्र धारण करा शहद और केसर का भोग लगाया गया। महंत आकाश राज तिवारी ने कहा कि मां कात्यायनी की भक्ति और उपासना द्वारा मनुष्य को बड़ी सरलता से अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति हो जाती है। वह इस लोक में स्थित रहकर भी अलौकिक तेज और प्रभाव से युक्त हो जाता है। ---

भक्तों की आस्था का बना केंद्र

सदर ब्लॉक हमीद सेतु से पहले बाईं तरफ 300 मीटर दूर स्थित काली मंदिर भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है। नवरात्र के नौ दिन भक्त लोग अखंड दीप जलाते हैं। मन्दिर का मुख्य कलश बारह महीने अनवरत प्रज्ज्वलित रहता है। मां के दरबार में मेरी हर मनोकामना पूरी होती है। मन्दिर में नौ देवी के रूप की मूर्तियां प्राण प्रतिष्ठित है। ---

देवी का पूजन कर श्रद्धालु हुए निहाल

मुहम्मदाबाद : नगर के तहसील परिसर स्थित मां मनोकामना देवी, नवापुरा मोड़ दुर्गा मंदिर, सलेमपुर मोड़ दुर्गा मंदिर, शाहनिंदा काली मंदिर व यूसुफपुर महाकाली मंदिर परिसर में सुबह से ही दर्शन पूजन के लिए लोग पहुंचने लगे। इसमें महिलाओं की संख्या ज्यादे रही। नगर से सटे महादेवा मंदिर स्थित मां दुर्गा व बंगलामुखी के दरबार में पंडित अभिषेक तिवारी की देखरेख में कलश स्थापित कर सप्तसती पाठ किया जा रहा है। इस समय बाजार में भी पूजन सामाग्री व कपड़ा आदि दुकानों पर काफी भीड़ भाड़ हो रही है। मां कष्टहरणी भवानी करीमुद्दीनपुर के दरबार में कोविड 19 के गाइड लाइन के मुताबिक दर्शन कराया जा रहा है।

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