जुलूसे मुहम्मदी निकालकर मनाया गया मोहम्मद साहब का जन्मदिन

नगर सहित ग्रामीण इलाकों में निकाली गई जुलूसे मुहम्मदी अकीदत के साथ मनाया गया ईद मिलादुन्नबी का पर्व पैगंबरे इस्लाम की पैदाइश पर सभी ने मनाया जश्न

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Nov 2018 10:07 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 10:07 PM (IST)
जुलूसे मुहम्मदी निकालकर मनाया गया मोहम्मद साहब का जन्मदिन
जुलूसे मुहम्मदी निकालकर मनाया गया मोहम्मद साहब का जन्मदिन

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : इस्लाम धर्म के पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर ईद मिलादुन्नबी का पर्व अकीदत के साथ मनाया गया। पैगंबरे इस्लाम की आमद की जश्न से बुधवार को पूरा इलाका सराबोर रहा। दिनभर जुलूस और मिलादों की महफिलों का आयोजन होता रहा। सुबह से ही गली मोहल्लों में जश्ने ईद मिलाद का आयोजन किया गया। दिलदार की आमद मरहबा सरीखे नारों से गांव की गलियां गूंजती रहीं। पैगंबरे इस्लाम की पैदाइश पर सभी ने जश्न मनाया।

बारा : स्थानीय गांव में मदरसा गौसिया से निकलने वाला जुलूस आकर्षण का केंद्र रहा। हाफिजों के साथ बच्चों की टोली हाथ में हरा झंडा लिए जश्ने मोहम्मदी का जुलूस लेकर मोहल्ले और आसपास के इलाकों में घूमती रही। मदरसे के हाफिजों ने नातिया कलाम पेश किया। प्रधानाचार्य मौलाना कलीमुद्दीन शम्सी ने कहा कि अरबी महीने के बारह रबीउल अव्वल को ही पैगंबरे इस्लाम मोहम्मद साहब का जन्म हुआ। उनके द्वारा बताए गए रास्ते पर चलने का आह्वान किया। मौलाना कलीमुद्दीन शम्सी, मौलाना इस्लामुद्दीन, मौलाना नूर मोहम्मद नूरी, मास्टर शकील, पूर्व प्रधान मंजूर खां, आफताब खां, इफ्तेखार खां, हैदर अली, फिरोज खां आदि थे।

मुहम्मदाबाद : इस्लाम के संस्थापक मुहम्मद साहब के जन्मदिन ईद मिलाद उल नबी के मौके पर बुधवार को नगर में मुस्लिम समाज की ओर से जुलूसे मुहम्मदी निकाला गया। बच्चे, युवक व बुजुर्ग जुलूस निकालकर जफरपुरा, मिर्दहा, जामा मस्जिद, भट्ठी मुहल्ला से घूमते हुए सदर रोड पर पहुंचे। सदर रोड से काफी झंडों के साथ जुलूस तहसील तिराहा, हाटा रोड, बिट्ठल चौराहा, यूसुफपुर बाजार से होते हुए जामा मस्जिद आदि जगहों पर जाकर समाप्त हुआ। अंजुमनों की ओर से कलाओं का प्रदर्शन किया गया। शाम को मस्जिद दीपक व झालर से जलाए गए। वकार अहमद, छांगुर, जावेद खां, पप्पू, रजा हुसैन खां आदि थे। दिलदारनगर : जश्ने ईद मिलादुन्नबी का पर्व अकीदत के साथ मनाया गया। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नगर में जुलूस निकाला। मौलाना मुफ्ती शहजाद ने कहा कि वतन को आजाद कराने के लिए हम लोगों ने भी कुर्बानी दी थी। इस मुल्क से हमें भी प्यार है। सच्चा मुसलमान वही होता है जो बेटियों को पर्दा में रखता है।मोहम्मद साहब ने दया, धर्म , सहिष्णुता ,मानवता का संदेश दिया है। असलम खां, मौलाना सुहैल कारी मुस्ताक, मौलाना नदीम, मौलाना जियाउलहक, कारी राशिद, मौलाना हैदर, मौलाना सुहैल, मौलाना वसीम, कारी अब्दुल वहाब, कारी अहमद रजा, डा. एकराम, अलीशेर राईनी आदि थे। जमानियां : नगर के कस्बा व स्टेशन बाजार के मदरसों से मुहम्मदी जुलूस निकाला गया। मुस्लिम बंधु हाथों में इस्लामी झंडा लेकर अल्लाह की सदाएं बुलंद कर रहे थे। बहादुरगंज : इस्लाम धर्म के पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर ईद मिलादुन्नबी का पर्व अकीकद के साथ मनाया गया। मदरसा शमशिया रजाउल ओलूम पठान टोली से जुलूस निकाला गया। मोहम्मद साहब की याद में नाते पाक पढ़ते हुए पूरे नगर का भ्रमण किया गया। मोहम्मद अली खान, रेयाज अंसारी, बबलू खान, रुस्तम खान, मुस्ताक अंसारी, अनातुला खान, शैफखान, मुस्तफा खान, दानिश खान, रजा खान आदि थे। इधर, सैदपुर, सादात, शादियाबाद, नंदगंज समेत अन्य जगहों पर ईद-मिलादुन्नबी का त्योहार परंपरागत ढंग से मनाया गया। कासिमाबाद : मदरसा हेदायतुल इस्लामिया कासिमाबाद से बारावफात का जुलूस निकाला गया जो पूरे सोनबरसा गांव में भ्रमण कर पुन: मदरसा पहुंचा। पैगंबर इस्लाम के बताए रास्ते पर चलने का आह्वान किया गया। हाफिज सिराज, हाफिज खैरुल बशर, हाफिज मुस्ताक, इरशाद अहमद, अख्तर अली, मोहम्मद आसिफ, जाहिद अली, नूरुल अंसारी, अली अहमद, आलम, अफजाल अहमद आदि शामिल थे।

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