मोबाइल की दुकान में आग, लाखों का सामान राख
जागरण संवाददाता सैदपुर (गाजीपुर) नगर के मेन रोड पर इलाहाबाद बैंक शाखा के नीचे स्थित अनूप जायसवाल की मोबाइल की दुकान में शार्ट सर्किट से आग लग गई।
जागरण संवाददाता, सैदपुर (गाजीपुर) : नगर के मेन रोड पर इलाहाबाद बैंक शाखा के नीचे स्थित अनूप जायसवाल के मोबाइल की दुकान में विद्युत शार्ट-सर्किट से शुक्रवार की रात आग लग गई। इसमें लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया। आसपास के लोगों के सहयोग से किसी तरह आग पर काबू पा लिया गया नहीं तो बड़ी घटना घट सकती थी।
वार्ड 13 निवासी अनूप जायसवाल की मेन रोड पर वार्ड आठ स्थित मुन्ना यादव के मकान में दुकान है। किराए के मकान में संचालित मोबाइल की इस दुकान में नए मोबाइल की बिक्री एवं रिपेयरिग का कार्य होता है। पिता रामनारायण जायसवाल एवं अनूप का छोटा भाई आलोक जायसवाल दुकान पर बैठता है। रात करीब आठ बजे आलोक दुकान बंद कर घर चला गया। दस बजे बगल सचिन जायसवाल ने दुकान से आग निकलता देखा तो अनूप को फोन पर सूचना दी। सूचना मिलते ही अनूप भागते हुए दुकान पर पहुंचा तो आग विकराल रूप ले चुका था। हो-हल्ला सुनकर आसपास के लोग एकत्र हुए। सबमर्सिबल की पाइप लगाने के साथ ही बाल्टी-बाल्टी पानी फेंककर आग बुझाया गया। अगलगी में लैपटाप, टीवी, सैकड़ों मोबाइल, मोबाइल पार्टस, मशीन आदि जलकर राख हो गए। बता दें कि कुछ दिन पहले तहसील मुख्यालय के सामने शार्ट-सर्किट से लगी आग से तीन दुकान जलकर राख हो गए थे। लगातार हो रही अगलगी की घटनाओं से हर कोई हैरान है। कर्नलगंज में प्रतियोगी छात्र फंदे से लटका
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : कर्नलगंज थाना क्षेत्र के सलोरी इलाके में शुक्रवार देर रात प्रतियोगी छात्र ने फंदे से लटककर जान दे दी। शनिवार सुबह पुलिस ने शव को नीचे उतरवाया। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। स्वजन भी कोई कारण नहीं बता सके। युवक का मोबाइल कब्जे में लेकर पुलिस जांच कर रही है।
गाजीपुर जनपद के मरदह थानांतर्गत हालपुर गोविदपुर निवासी केदारनाथ यादव का पुत्र मनीष यादव (20) सलोरी में किराए का कमरा लेकर रहता था। वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता था। उसके साथ कमरे में एक और छात्र रहता था। पार्टनर शुक्रवार को घर चला गया था। मनीष अकेले कमरे में था। शनिवार सुबह आसपास रहने वाले छात्रों ने उसे नहीं देखा तो आवाज दी। कोई आहट नहीं मिलने पर खिड़की से भीतर झांका तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। मनीष का शव पंखे से मफलर के सहारे लटक रहा था। सूचना पाकर इंस्पेक्टर कर्नलगंज विनीत सिंह मौके पर पहुंचे और दरवाजा खुलवाया। मिले परिचय पत्र के माध्यम से उनके स्वजन को सूचना दी गई। दोपहर में घरवाले भी आ गए। पुलिस ने उनसे बातचीत की, लेकिन वह कोई वजह नहीं बता सके। मनीष के रूम पार्टनर से फोन पर बात की, लेकिन वह भी कुछ नहीं बता सका।