बिलखती रही विवाहिता, नहीं पसीजा ससुरालीजनों का दिल

एक विवाहिता पुलिस लाइन में शादी के जोड़े में बैठकर घंटों बिलखती रही लेकिन ससुरालजनों का दिल नहीं पसीजा। वे उसे ससुराल ले जाने से इंकार कर रहे। सदस्यों ने उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। तब सुनवाई की अगली तारीख 23 फरवरी मुकर्रर कर दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Feb 2019 05:14 PM (IST) Updated:Mon, 18 Feb 2019 12:08 AM (IST)
बिलखती रही विवाहिता, नहीं  पसीजा ससुरालीजनों का दिल
बिलखती रही विवाहिता, नहीं पसीजा ससुरालीजनों का दिल

जासं, गाजीपुर : एक विवाहिता पुलिस लाइन में परिवार परामर्श केंद्र के सामने घंटों बिलखती रही लेकिन ससुरालजनों का दिल नहीं पसीजा। उन्होंने उसे ससुराल ले जाने से इंकार कर दिया। परिवार परामर्श केंद्र के सदस्यों ने उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद मामले की सुनवाई की अगली तारीख 23 फरवरी मुकर्रर की गई।

परिवार परामर्श केंद्र के अनुसार कासिमाबाद थाना क्षेत्र के रामपुर दुधौड़ा गांव निवासी रीतू चौहान का विवाह 27 नवंबर 2016 में सदर कोतवाली क्षेत्र के रजदेपुर देहाती निवासी सत्यजीत चौहान के साथ हुआ था। शुरू में सब ठीक रहा। आरोप है कि ससुराल के लोग रीतू को दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। इस पर वह घर छोड़कर मायके चली आई। काफी दिन बाद भी ससुराल वाले जब उसे विदा करने नहीं आए तो 28 जनवरी को रीतू पुलिस की शरण में पहुंची। मामला पारिवारिक होने के चलते प्रार्थना पत्र को परिवार परामर्श केंद्र के सदस्यों को स्थानांतरित कर दिया गया। सदस्यों ने दोनों पक्षों को एक माह पूर्व तलब किया। तय हुआ कि 17 फरवरी को उसकी पुलिस लाइन से परिवार परामर्श केंद्र के माध्यम से विदाई होगी। ऐसे में रितू शादी के जोड़े में सज-धजकर पुलिस लाइन पहुंची थी लेकिन उसके श्वसुर ने घर ले जाने से इंकार कर दिया। श्वसुर का कहना था कि घर में बेटी की शादी पड़ी है। ऐसे में रितू ने कुछ बवाल कर दिया तो लेने के देने पड़ जाएंगे। इतनी बात सुनने के बाद विवाहिता बिलखने लगी। वह अपनी ननद की शादी में शामिल होना चाहती थी। वह बार-बार ससुराल जाने की जिद कर रही थी लेकिन ससुराल वाले तैयार नहीं हुए। परिवार परामर्श केंद्र में कुल 24 मामले प्रस्तुत हुए, जिसमें से आधा दर्जन को सुलझा लिया गया, उनकी विदाई करायी गई। शेष मामलों की सुनवाई के लिए अगली तारीख तय की गई। दंपती विवाद सुलझाने में सोनिया मनोज, श्याम सिन्हा, वीरेंद्र पाल थे।

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