बाजार बंद होने से अक्षय तृतीया पर कोरोना का ग्रहण

जागरण संवाददाता दिलदारनगर (गाजीपुर) सराफा बाजार को हर वर्ष अक्षय तृतीया का बेसब्री से इंतजार रहता है लेकिन इस बार भी कोरोना के कारण इस पर्व पर ग्रहण लग गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 08:49 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 08:49 PM (IST)
बाजार बंद होने से अक्षय तृतीया पर कोरोना का ग्रहण
बाजार बंद होने से अक्षय तृतीया पर कोरोना का ग्रहण

जागरण संवाददाता, दिलदारनगर (गाजीपुर) : सराफा बाजार को हर वर्ष अक्षय तृतीया का बेसब्री से इंतजार रहता है, लेकिन इस बार पुन: लॉकडाउन के कारण बाजार बंद होने से दुकानें नहीं खुली और अक्षय तृतीया पर कोरोना का ग्रहण लग गया। लगातार दो वर्षों से अक्षय तृतीया पर कोरोना के कारण बाजार बंद होने से सराफा व्यापारियों के उम्मीदों पर पानी फिर गया है।

अक्षय तृतीया को लेकर सराफा कारोबारी काफी पहले से तैयारी करने लगते थे, ताकि ग्राहकों को बेचने के लिए जेवर कम न पड़ें। पिछले वर्ष कोरोना के चलते लॉकडाउन लगा था तो अधिकतर दुकानदारों ने जेवर उठाकर घरों में रख लिए थे और वहीं से उनकी फोटो ग्राहकों को भेजनी शुरू कर दी थीं। मगर इस बार कारोबारियों को ऐसा मौका नहीं मिला। एक से तीन मई का क‌र्फ्यू जो लगा तो वह बढ़ता ही जा रहा है। अब यह 17 मई की सुबह तक के लिए हो गया है। वहीं अक्षय तृतीया 14 मई को है, लेकिन लॉकडाउन के कारण लोग घरों से निकल नहीं रहे हैं। जो निकल भी रहे हैं वह केवल घर गृहस्थी का सामान खरीदकर घर लौट जा रहे हैं। ऐसे में अक्षय तृतीया को लेकर ग्राहकों में आभूषणों की खरीदारी को लेकर उमंग और उत्साह कोरोना के कारण फीका पड़ गया है। बाजार बंद होने से ग्राहक नहीं आ रहे हैं। ऐसे में अक्षय तृतीया पर आभूषणों का ऑडर एक्रदम नहीं है। पिछले वर्ष लोगों में कोरोना के दौरान भी जेवर खरीदने की उत्सुकता थी, लेकिन इस बार ऐसा देखने में नहीं आ रहा है। शायद बड़ी संख्या में लोगों के बीमार होने और अपनों के निधन की वजह से ऐसा हुआ।

नीतू वर्मा, सराफा दुकानदार दिलदारनगर बाजार। अक्षय तृतीया सहित शादी के सीजन में सोने, चांदी के आभूषणों की काफी मांग रहती है। हर सीजन की तरह इस बार भी सराफा बाजार से जुड़े लोगों को काफी अच्छा व्यापार मिलने की उम्मीद थी। पिछले करीब एक महीने से दुकानें भी ठीक से नहीं खुली हैं।

रमेश कुमार वर्मा, सराफा दुकानदार दिलदारनगर। लगातार दो वर्षों से अक्षय तृतीया पर सराफा बाजार बंद रह रहा है। इस वर्ष अक्षय तृतीया को लेकर कुछ तैयारियां की गईं थीं, लेकिन लाकडाउन से तैयारियां धरी की धरी रह गईं।

धनजी वर्मा, सराफा दुकानदार। एक तो ग्रामीण क्षेत्र का बाजार और लॉकडाउन के कारण महीना भर से दुकान बंद होने से सराफा बाजार पर इसका असर पड़ा है। अक्षय तृतीया पर जो थोड़ी बहुत खरीददारी होती भी थी वह इस बार लॉकडाउन की भेंट चढ़ गई।

विनोद वर्मा, सराफा दुकानदार। लॉकडाउन के कारण बाजार बंद होने से अक्षय तृतीया फीका पड़ गया है। ग्राहक भी घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। लगातार दो वर्षों से यही स्थिति बनी हुई है। हम लोग करें तो क्या करें कुछ समझ में नहीं आ रहा है।

छोटे सेठ, सराफा दुकानदार।

--- सोने व चांदी की गलाई व ढलाई का कार्य सराफा दुकानदारों द्वारा एक माह से नहीं कराया जा रहा है। यह स्थिति लॉकडाउन के कारण बनी हुई है। हम लोग परेशान है।

-सदानंद शेल्के, सोने व चांदी की गलाई व ढलाई दुकानदार।

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