विजय दिवस के रूप के मनाया गया कारगिल दिवस

अमर बलिदानियों की याद में 22वां कारगिल दिवस सोमवार को विजय दिवस ।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 06:06 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 06:06 PM (IST)
विजय दिवस के रूप के मनाया गया कारगिल दिवस
विजय दिवस के रूप के मनाया गया कारगिल दिवस

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : अमर बलिदानियों की याद में 22वां कारगिल दिवस सोमवार को विजय दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान सैनिक कल्याण बोर्ड से लेकर जगह-जगह विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। कारगिल युद्ध में बलिदान हुए जिले के सभी छह जवानों को श्रद्धांजलि दी गई और उनसे प्रेरणा लेकर युवाओं में देश भक्ति का जज्बा जगाने का संकल्प लिया गया। जिले के शहीद जवानों में भैरोपुर के कमलेश सिंह, फखनपुरा के इस्तियाक अहमद, पंडितपुरा के जयप्रकाश सिंह यादव, पड़ैनिया के रामदुलार यादव, बाघी के शेषनाथ सिंह यादव व धनईपुर के संजय यादव शामिल हैं।

खानपुर में जगह-जगह कारगिल विजय दिवस मनाया गया। फरीदहा के बलदाऊ पांडेय सेनानी स्मृति स्थल पर कांग्रेसियों ने तिरंगा फहराकर वीर शहीदों को याद किया।

रामजी पांडेय एवं राघवेंद्र कुमार ने राष्ट्रीय ध्वज को प्रणाम करते हुए कहा कि देश के सैनिकों ने अपने विविधता को एक तिरंगे में समेटकर रखा है। उनके जाबांजी एवं शौर्य से भारतवासी अपने को गौरवांवित महसूस करता है। कारगिल युद्धक्षेत्र दुनिया के सबसे ऊंचे और खतरनाक युद्धक्षेत्रों में से एक है जो श्रीनगर से 205 किमी दूर कारगिल स्थित टाइगर हिल क्षेत्र में लड़ा गया था। सिधौना के विवेकानंद पार्क में पूर्व फौजियों ने विजय दिवस मनाया फौजी रामबली सिंह ने कहा कि पर्वतीय इलाकों एवं जंगल क्षेत्र की लड़ाई में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ भारतीय सेना ने हमेशा कड़ा संघर्ष कर दुश्मनों को धूल चटाई है। कारगिल में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध जीते 22 साल हो चुके हैं। भारतीय सशस्त्र बल के सैनिकों ने हजारों फिट की ऊंचाई पर पक्सितानी सेना को खदेड़ा और अपनी जमीन उनके कब्जे से वापस ली। वर्ष 1999 में जब हमने पाकिस्तान के खिलाफ कारगिल युद्ध जीता था, तब पूरी

दुनिया ने भारतीय सेना के बहादुरी की गाथा गाई थी। देश इस जीत का जश्न कारगिल विजय दिवस के रूप में मना रहा है।

बलिदानियों की पत्नी व माता-पिता को दिया चेक

: जिला सैनिक कल्याण विभाग द्वारा कारगिल में शहीद हुए सैनिकों की याद में परिसर में बनाए गए शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि किया गया। इस दौरान सभी शहीदों के माता-पिता को 45 हजार एवं पत्नी को 65 हजार रुपये का चेक वितरण किया गया। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी अरुण कुमार ने कहा कि अपनी जान की बाजी लगाकर इन शहीदों ने देश की रक्षा की। हम उनके बलिदान को कभी भूल नहीं सकते। युवाओं को उनके प्रेरणा लेनी चाहिए।

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गाजीपुर : कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में टीम यूपी-61 गाजीपुर द्वारा जिला अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें 15 लोगों ने रक्तदान किया और 30 लोगों ने अपना पंजीकरण कराया। आवश्यकता पड़ने पर वह कभी भी आकर रक्तदान कर सकते हैं। यह रक्तदान अनीमिया, ब्लड कैंसर व थैलेसिमिया से पीड़ित बच्चों के लिए गया, ताकि उनको समय पर ब्लड मिल सके। शिवकर का उद्घाटन डा. तनवीर अहमद द्वारा किया गया। सारी भ्रांतियों को दूर कर लोगों को जागरूक किया गया। रक्तदान शिविर में ब्लड बैंक इंचार्ज बृजभान सिंह, पंकज कुमार राय, बृजेश कुमार शर्मा, पूजा कुमारी, नंदलाल दुबे, प्रज्ञा तिवारी, साकेत सिंह संचालन शिवांश त्रिपाठी, पुरुषोत्तम चौधरी आरुष, विकास वर्मा, अभिषेक सिंह, आलोक तिवारी, अंजनी कुमार कुशवाहा, निखिल मौर्या, रजनीश मिश्रा व अभिषेक यादव आदि मौजूद रहे।

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प्रार्थना सभा कर शहीदों को किया याद

मनिहारी : स्थानीय विकासखंड अंतर्गत अनीता वृजलाल सोशल वेलफेयर एंड एजुकेशनल ट्रस्ट के चकमलूक स्थित प्रधान कार्यालय पर कारगिल दिवस के मौके एक प्रार्थना सभा का आयोजन कर कारगिल के अमर जांबाजों को याद किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत शहीद जवानों की प्रतिमा पर पुष्पार्चन से किया गया। ट्रस्ट के प्रबंध निदेशक बृजलाल यादव ने अमर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि कारगिल का युद्ध पाकिस्तान द्वारा जबरन थोपा गया युद्ध था, जो विषम परिस्थितियों में देश की एकता अखंडता के साथ मातृभूमि की रक्षा के लिए लड़ा गया ऐतिहासिक युद्ध था। इसमें देश के जांबाजों ने अपनी वीरता का परिचय देते हुए कारगिल की ऊंची चोटी पर देश का स्वाभिमान तिरंगा फहराकर दुनियां को यह संदेश दे दिया कि भारत अपने आन-बान-स्वाभिमान के साथ कोई समझौता नहीं करता। इस मौके पर पीयूष यादव, सतीश यादव, रामविलास यादव आदि मौजूद थे।

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