जिला अस्पताल में आठ जून से शुरू हो जाएगी स्वैब की जांच

जासं गाजीपुर जिला अस्पताल में आठ जून से स्वैब की जांच शुरू हो जाएगी। गुरुवार को ट्विन माड्यूल थ्रू नॉट मशीन लखनऊ से जनपद पहुंचने के बाद इंजीनियरों की टीम द्वारा कमरा नंबर 141 में मशीन को स्थापित करने की कवायद शुरू कर दी गई है। वहीं तीन एलटी समेत पांच स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षण भी शुक्रवार को कराया जाएगा जिससे कोविड-19 की जांच में किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 07:43 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 06:11 AM (IST)
जिला अस्पताल में आठ जून से शुरू हो जाएगी स्वैब की जांच
जिला अस्पताल में आठ जून से शुरू हो जाएगी स्वैब की जांच

जासं, गाजीपुर : जिला अस्पताल में आठ जून से स्वैब की जांच शुरू हो जाएगी। गुरुवार को ट्विन माड्यूल थ्रू नॉट मशीन लखनऊ से जनपद पहुंचने के बाद इंजीनियरों की टीम द्वारा कमरा नंबर 141 में मशीन को स्थापित करने की कवायद शुरू कर दी गई है। वहीं तीन एलटी समेत पांच स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षण भी शुक्रवार को कराया जाएगा, जिससे कोविड-19 की जांच में किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।

कोरोना संक्रमितों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए शासन की ओर से अब जांच प्रक्रिया जनपद में शुरू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारियों के साथ जुटा हुआ है। शासन की ओर से ट्विन माड्यूल थ्रू नॉट मशीन उपलब्ध कराने के बाद सफल संचालन को लेकर अधिकारी जुटे हुए हैं, जिससे स्वैब को जांच के लिए वाराणसी न भेजा जा सके। वहीं मशीन को संचालित करने के लिए अस्पताल में तैनात तीन एलटी समेत पांच स्वास्थ्य कर्मियों को चिन्हित कर लिया गया और उन्हें प्रशिक्षित करने के साथ पूरी सतर्कता व एहतियात के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। मशीन से स्वैब की जांच शुरू होते ही स्वैब लेने का भी दायरा स्वास्थ्य विभाग की ओर से बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा कोरोना महामारी से दो-दो हाथ करने के लिए जिला अस्पताल को अत्याधुनिक चिकित्सकीय सुविधाओं से लैस किया जा रहा है, जिससे किसी भी विकट परिस्थितियों में निपटा जा सके।

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24 घंटे में 42 स्वैब की मिलेगी रिपोर्ट

मेडिकल टीम द्वारा संदिग्धों के लिए गए स्वैब की रिपोर्ट को लेकर काफी देर तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। जिला अस्पताल में स्थापित होने वाली ट्विन माड्यूल थ्रू नॉट मशीन द्वारा 24 घंटे में 42 स्वैब की रिपोर्ट मिलेगी। एक बार में जांच के लिए दो संदिग्धों का स्वैब अपलोड किया जाएगा, जिसकी रिपोर्ट एक घंटे बाद आएगी। रिपोर्ट आने के बाद परीक्षण के लिए बीएचयू भेजा जाएगा। वहां से रिपोर्ट पर मुहर लगने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी, जिससे संक्रमण के फैलाव पर अंकुश लगाया जा सके।

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आठ जून से मशीन के शुरू होने की पूरी उम्मीद है। प्रशिक्षण प्राप्त एलटी व स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा ही स्वैब की जांच मशीन द्वारा कराई जाएगी।

-डा. केके वर्मा, एसीएमओ।

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