100 लावारिस शवों का किया गया सामूहिक पिडदान

जागरण संवाददाता गाजीपुर संपूर्ण पूर्वाचल विकास संस्थान की ओर से संचालित गरीब असहाय सहयोग संगठन की ओर से शुक्रवार को 100 लावारिसों का पिंडदार किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 09:50 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 09:50 PM (IST)
100 लावारिस शवों का किया गया सामूहिक पिडदान
100 लावारिस शवों का किया गया सामूहिक पिडदान

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : संपूर्ण पूर्वाचल विकास संस्थान की ओर से संचालित गरीब असहाय सहयोग संगठन द्वारा शुक्रवार को नगर के रामेश्वर घाट पर 100 लावारिस शवों का सामूहिक पिडदान किया गया। संस्था के निदेशक कृष्णानंद उपाध्याय सहित पांच सदस्यों ने पूरे हिदू रीति रिवाज से पिडदान किया।

25 जनवरी को लंका मैदान में वृहद श्राद्ध आयोजित किया गया है। इसमें बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक विशिष्ट अतिथि रहेंगे।

600 लावारिस शवों का कर चुके हैं अंतिम संस्कार

गरीब असहाय सहयोग संगठन द्वारा पिछले पांच वर्षो से यह पुनीत कार्य किया जा रहा है। इनके द्वारा अब तक करीब 600 लावारिस शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है। इस वर्ष 100 का अंतिम संस्कार किया गया। जिले में कहीं लावारिस शव के मिलने की सूचना पर संगठन के संचालक कृष्णानंद उपाध्याय पहुंच जाते हैं और उसका अंतिम संस्कार करते हैं। इसमें पुलिस का उन्हें काफी सहयोग रहता है। हर वर्ष पिडदान के पश्चात श्राद्ध कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है।

हिदू रीति से हुआ पिंडदान

शुक्रवार को पंडित अवनीश चंद्रायण ने सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक हिदू रीति रिवाज से पिडदान संपन्न कराया। इसमें संचालक कृष्णानंद उपाध्याय, सदस्य चंदन राय, प्रेम मिश्रा, शैलेंद्र यादव, संजय यादव ने मिलकर पिडदान किया। इनके अलावा इसमें हर्ष श्रीवास्तव, आरएन राय, राकेश, गोलू, सुरेश उपाध्याय का भी सराहनीय सहयोग रहा। आज आएंगे पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रीजागरण संवाददाता, गाजीपुर : मंत्री पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग अनिल राजभर रविवार को जमानियां होते हुए अपराह्न ढाई बजे पीडब्ल्यूडी डाक बंगला पहुंचेंगे। सायं पांच बजे जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, उपजिलाधिकारी जखनियां एवं थानाध्यक्ष दुल्लहपुर संग बैठक कर जन समस्याओं को लेकर चर्चा करेंगे। इसके बाद बिरनो, मरदह होते हुए मऊ निकल जाएंगे।

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