सांप काटने के बाद अस्पताल जाएं, जान बचाएं

जागरण संवाददाता गाजीपुर सर्पदंश से जिले में प्रतिदिन चार से पांच लोगों की मौत हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 04:30 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 04:30 PM (IST)
सांप काटने के बाद अस्पताल जाएं, जान बचाएं
सांप काटने के बाद अस्पताल जाएं, जान बचाएं

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : सर्पदंश से जिले में प्रतिदिन चार से पांच लोगों की मौत हो रही है। ज्यादातर लोगों की जान झाड़-फूंक के चक्कर में जा रही हैं। सांप काटने पर अस्पताल में पहुंचकर उपचार कराने के बाद जान बच सकती है। जिला अस्पताल सहित सभी सीएचसी पर एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन उपलब्ध है। सर्पदंश के एक घंटे में एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन लगना जरूरी है। समय पर उपचार मिलने से सांप का जहर बेअसर हो जाता है।

जिला अस्पताल में तैनात डा. नारायण पांडेय ने बताया कि सर्पदंश के बाद प्रथम एक घंटा बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान सर्पदंश के शिकार व्यक्ति को एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन लग जाना चाहिए। अक्सर लोग पहले तो झाड़-फूंक के चक्कर में पड़ जाते हैं। सांप जहरीला न होने की स्थिति में वह वहीं ठीक भी हो जाते हैं, लेकिन जहरीला सांप होने पर जब उन्हें झाड़-फूंक से राहत नहीं मिलती है तब अस्पताल जाते हैं। मगर तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। सांप काटने के बाद सीधा अस्पताल आने वाले लोगों की प्राय: जान बच जाती है।

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केस:1 - जंगीपुर थानाक्षेत्र के देवकठियां गांव निवासी बिरेंद्र यादव की इकलौती चौदह वर्षीय बेटी अंशु को पिछले 17 जून को घर में सर्प ने काट लिया। परिवार वाले जिला अस्पताल न ले जाकर उसे अमवा की सती माई ले गए, जहां उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद स्वजन उसे अस्पताल लेकर भागे, लेकिन चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। अब परिवार वालों को पछतावा हो रहा है कि वह क्यों नहीं अंशु को जिला अस्पताल ले गए।

केस:2 - मरदह थानाक्षेत्र के कोड़री गांव निवासी निशा सिंह (36) को 21 जून को सांप ने काट लिया। अंधविश्वास में स्वजन उन्हें लेकर अमवा की सती माई गए, लेकिन वहां जाकर उन्हें महसूस हुआ कि यहां कोई लाभ नहीं है। तब तक निशा की हालत काफी गंभीर हो चुकी थी। वहां से उन्हें आनन-फानन मऊ अस्पताल ले जाया गया, लेकिन निशा ने दम तोड़ दिया। स्वजन अपना माथा पीट रहे हैं कि वह अस्पताल पहले क्यों नहीं गए।

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: जिला अस्पताल में एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन उपलब्ध है। अगर किसी को जहरीला सांप काट ले तो उसे तत्काल अस्पताल पहुंचना चाहिए। सर्पदंश का शिकार अगर एक घंटे के अंदर पहुंच जाएगा तो उसकी जान बच जाएगी। इसके बाद जितनी देर से पहुंचेगा, उसके बचने की उम्मीद कम होती जाएगी। किसी भी व्यक्ति को दो घंटे से देर नहीं करना चाहिए। अस्पताल में प्रतिदिन सर्पदंश के मरीज आ रहे हैं और स्वस्थ होकर जा रहे हैं।

- डा. राजेश कुमार सिंह, प्रभारी सीएमएस जिला अस्पताल।

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