बालिका इंटर कालेज का संचालन होगा मुद्दा
जासं सैदपुर (गाजीपुर) आगामी लोकसभा चुनाव में क्षेत्र में खानपुर में एक करोड़ छह लाख की लागत से बने राजकीय बालिका इंटर कालेज का संचालन न होने का मुद्दा गरमाने लगा है। इस चुनाव में क्षेत्रवासी इसे गंभीरता से उठाने का मन बना रहे हैं। उद्धाटन होने के 19 वर्षों बाद भी इस विद्यालय का बंद रहना आम जनता की समझ से परे है। वर्षों से अनसुना किए जा रहे जनता के इस उचित मांग एक बार फिर गति पकड़ रही है।
जासं, सैदपुर (गाजीपुर) : आगामी लोकसभा चुनाव में क्षेत्र में खानपुर में एक करोड़ छह लाख की लागत से बने राजकीय बालिका इंटर कालेज का संचालन न होने का मुद्दा गरमाने लगा है। इस चुनाव में क्षेत्रवासी इसे गंभीरता से उठाने का मन बना रहे हैं। उद्धाटन होने के 19 वर्षों बाद भी इस विद्यालय का बंद रहना आम जनता की समझ से परे है। वर्षों से अनसुना किए जा रहे जनता के इस उचित मांग एक बार फिर गति पकड़ रही है।
वर्ष 1997 में जनता क्षेत्र में बालिकाओ की शिक्षा के लिए बालिका इंटर कालेज की मांग कर रही थी। वर्तमान समय में क्षेत्र के विधायक डा. महेंद्रनाथ पांडेय थे। उन्होंने जनता की मांग को पूरा करते हुए विद्यालय की आधारशिला रखी। 21 अगस्त वर्ष 2000 में तत्कालीन पंचायती राज मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय ने ही इसका उद्धाटन किया। तब खानपुर के अलावा फरिदहां, बहेरी, घोघवां, बिझवल, ईशोपुर, बभनौली, सिधौना, अमेहता, तराएं, बेलहरी आदि गांवों के लोगों को लगा कि अब बच्चियों को इंटरमीडिएट की शिक्षा के लिए दूर नहीं भेजना पड़ेगा। विडंबना है कि शानदार भवन में अब तक विद्यालय शुरू नहीं हो सका। विद्यालय में 18 शिक्षण कक्ष, तीन प्रायोगिक कक्ष, पांच पांचआफिस कार्य कक्ष व दो स्वागत कक्ष बने हैं। पूरे भवन को ठोस चहारदीवारी से घेरा गया है लेकिन विद्यालय शुरू न होने व रखरखाव न होने के चलते विद्यालय का परिसर चारागाह बन गया है। दिनभर मवेशी इसमें घूमते रहते हैं। खिड़की, दरवाजे व लोहे की ग्रिल वगैरह नशेड़ियों ने तोड़कर बेच दिया है। इस भवन में विद्यालय संचालन की मांग जनता वर्षों से कर रही है लेकिन अब तक जनता की मांग नहीं सुनी गई। इस बार लोकसभा चुनाव में भवन में विद्यालय का संचालन किया जाना क्षेत्रवासियों का बड़ा मुद्दा होगा। ---क्षेत्रवासी बोले--
-खानपुर निवासी अवधेश पांडेय ने कहा कि भवन काफी शानदार बना है। इसमें विद्यालय का संचालन होना क्षेत्र के लिए नितांत आवश्यक है। सरकार इस समय बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना चला रही है है। ऐसे में किसी भी तरह विद्यालय का संचालन करवाना चाहिए। बभनौली के प्रदीप राम ने कहा कि विद्यालय खुलने की उम्मीद आज भी उनके मन में है। न जाने क्यों जनप्रतिनिधि व अधिकारी इधर ध्यान नहीं देते हैं। इसके न होने से क्षेत्र की बालिकाओं को शिक्षा के लिए काफी परेशान होना पड़ता है जबकि जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। तेतारपुर निवासी अधिवक्ता संजय सिंह ने कहा कि खानपुर में बने भवन में विद्यालय का संचालन आवश्यक है। विडंबना यह है कि सरकार के नुमाइंदे कई वर्षों से इस भवन को देखने तक नहीं आए हैं। अधिकारी हो या जनप्रतिनिधि इधर ध्यान ही नहीं देते। ऐसे में भवन जर्जर हो गया है। सिधौना के बुद्धजीवी प्रेमशंकर मिश्र ने बताया कि सरकार बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ योजना चला रही है लेकिन उनकी शिक्षा के लिए क्षेत्र में कोई ठोस इंतजाम नहीं हो पा रहा है। इस लोकसभा चुनाव में क्षेत्रवासी इसे मुद्दा बनाकर इसे जनप्रतिनिधियों के सामने उठाएंगे।