सात फेरे से पहले कन्या ने रोपे सात फलदार पौधे
क्षेत्र के खड़ौरा गांव निवासी कवि गीतकार एवं शिक्षक गौरीशंकर पांडेय की पुत्री दिव्या पांडेय ने शादी के सात फेरे से पहले सात फलदार एवं छायादार पौधे लगाकर न सिर्फ पर्यावरण के प्रति अपने लगाव को दर्शाया बल्कि और लोगों को भी पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया।
जागरण संवाददाता, दुल्लहपुर (गाजीपुर) : क्षेत्र के खड़ौरा गांव निवासी कवि, गीतकार एवं शिक्षक गौरीशंकर पांडेय की पुत्री दिव्या पांडेय ने शादी के सात फेरे से पहले सात फलदार एवं छायादार पौधे लगाकर न सिर्फ पर्यावरण के प्रति अपने लगाव को दर्शाया, बल्कि और लोगों को भी पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया। कन्या ने आम, अमरुद, पकड़ी, बरगद, शीशम, तुलसी व अशोक के पौधे रोपे।
गौरीशंकर पांडेय ने अपने समधी को भेंट के दौरान तुलसी, आम, कटहल का पौधा देकर रश्म अदायगी की। समारोह में आए सभी मेहमानों को पालीथिन का प्रयोग नहीं करने की भी शपथ दिलाई।
'पौधा लगाएं, जीवन बचाएं' अभियान के संयोजक व पूर्व उद्यान निदेशक देवचंद आजाद ने कहा कि पांडेय परिवार ने जिस परंपरा की शुरुआत की है वह अनुकरणीय है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य रमेश यादव ने कहा कि मानव जीवन के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रखना आवश्यक है। आज के बदलते हुए परिवेश में युवा इस परंपरा को भूलते जा रहे हैं। इसी के दुष्परिणाम आम लोगों को भुगतने पड़ रहे हैं। रमेश ने कहा कि अगर हर परिवार के लोग दो पौधे लगाकर उसके संरक्षण की जिम्मेदारी संभाल लें तो लोग दैवीय आपदा कहने वाले सीजन से बच सकते हैं। वह हर रोज पौधे लगा कर उनका संरक्षण तो करते ही हैं, साथ में अन्य लोगों को भी पौध लगाने की प्रेरणा देने से गुरेज नहीं कर रहे हैं।
राष्ट्रीय युवा कवि पंकज प्रखर, उमेश कुमार, बृजलाल यादव, चंद्र कुमार पांडेय, सतीष जायसवाल, अजय कुमार पांडेय, रमेश सोनी, पवन कुमार पांडेय, राधेश्याम जायसवाल आदि थे।