गंगा में बढ़ाव जारी लेकिन रफ्तार धीमी

गाजीपुर गंगा का जलस्तर बढ़ने से फिलहाल तटवर्ती इलाकों में बाढ़ का खतरा एक बार फिर मंडराने लगा है। शनिवार को एक सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा का जलस्तर में बढ़ाव जारी था। शाम तीन बजे तक गंगा का जलस्तर 61.670 मीटर रिकार्ड किया गया। हालांकि रफ्तार धीमी होने के कारण अब जलस्तर रूकने की संभावना जताई जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Aug 2019 05:29 PM (IST) Updated:Sat, 31 Aug 2019 05:29 PM (IST)
गंगा में बढ़ाव जारी लेकिन रफ्तार धीमी
गंगा में बढ़ाव जारी लेकिन रफ्तार धीमी

जासं, गाजीपुर : गंगा का जलस्तर बढ़ने से फिलहाल तटवर्ती इलाकों में बाढ़ का खतरा एक बार फिर मंडराने लगा है। शनिवार को एक सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा का जलस्तर में बढ़ाव जारी था। शाम तीन बजे तक गंगा का जलस्तर 61.670 मीटर रिकार्ड किया गया। हालांकि रफ्तार धीमी होने के कारण अब जलस्तर रुकने की संभावना जताई जा रही है। वहीं मुहम्मदाबाद में रुक-रुक कर कटान होने से किसानों के माथे पर चिता की लकीरें बनी हुई हैं।

मुहम्मदाबाद : गंगा के जलस्तर में फिलहाल बढ़ाव जारी है। हालांकि दोपहर तक कहीं-कहीं कटान हो रहा था। शुक्रवार को पूरे दिन व रात में भी कटान जारी रहा। धीमी गति से बढ़ रहे जलस्तर से बाढ़ की कम संभावना दिख रही है लेकिन शिवरायकापुरा गांव के आगे साधु राय के डेरा से लेकर शेरपुर तट के बीच रुक-रुक कर कटान कृषि भूमि टूटकर गंगा की धारा में समाहित होने से लोगों को अपने भविष्य की चिता सता रही है। इसको लेकर ग्रामीणों में इस बात की चिता है कि कटान के चलते उनकी बची हुई कृषि भूमि धीरे धीरे टूट कर गंगा की धारा में समाहित हो रही है, जिससे आने वाले समय में आजीविका का संकट तो पैदा होगा। साथ ही उसके बाद आशियाना बचाने का संकट पैदा हो जाएगा। कटान से इस समय सबसे ज्यादा परेशान परिया 53, 61, 65, 96 में गृहस्थी बसाकर जीवन यापन कर रहे परिवार हैं। उनका कहना है कि कटान से विस्थापित होने के बाद किसी तरह वह पुर्नवासित, अब दुबारा वहीं स्थिति बन रही है। अगर ऐसा हुआ तो उनका सब कुछ बर्बाद हो जाएगा।

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