कातिलों ने खून के धब्बे मिटाने को कई बार धोया था फर्श
जागरण संवाददाता खानपुर (गाजीपुर) थाना क्षेत्र के इचवल गांव में बुधवार को जिले के साथ ही वाराणसी से फारेंसिक टीम पहुंची।
जागरण संवाददाता, खानपुर (गाजीपुर) : थाना क्षेत्र के इचवल गांव में बुधवार को जिले के साथ ही वाराणसी की भी फोरेंसिक टीम पहुंची। पूरे दिन दोनों जिलों की टीम युवती के घर व घटना स्थल से साक्ष्य एकत्रित करती रही। मंगलवार को युवती सोनाली के घर अतिरिक्त साफ-सफाई और खुशबूदार अगरबत्ती जलते देख पुलिस का माथा ठनका और अपनी जांच का दायरा उसी घर तक केंद्रित कर दिया। बुधवार को युवती के घर के एक कमरे में खून के कुछ धब्बों को देख वाराणसी की फारेंसिक टीम ने उसे रासायनिक तरीके से सुरक्षित कर लिया, क्योंकि कातिलों ने दाग को मिटाने के लिए कमरे के फर्श को कई बार धोया था। दोनों को एक ही जगह मारा गया या अलग-अलग और अगर एक जगह मारा गया तो मृतक सिपाही का शव दो किलोमीटर दूर कैसे पहुंचा। इस प्रश्न का जवाब पुलिस के अंतिम राजफाश पर मिल सकेगा। एएसपी सिटी गोपीनाथ सोनी और क्षेत्राधिकारी सैदपुर राजीव द्विवेदी के साथ एसओजी की टीम और कई थानों की फोर्स मौके पर लगातार जमे रहे।
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मृत सिपाही के पास मिली पिस्टल बनी पहेली
सोमवार को सिपाही अजय यादव के
शव के पास पुलिस को दो पिस्टल मिले थे। एक उसके हाथ में फंसा था और दूसरा पैर के पास पड़ा हुआ था। पुलिस उस पिस्टल की थ्योरी सुलझाने में अभी तक नाकाम रही है। पुलिस को ग्रामीणों और दोस्तों से पूछताछ में मृत सिपाही द्वारा मेरठ से पिस्टल लाए जाने की भी जानकारी मिली। फिलहाल पुलिस इसकी पुख्ता जानकारी जुटाने में लगी हुई है। अजय के हाथ में पकड़ाई गई पिस्टल पूरी तरह खाली थी, जबकि पास पड़ी पिस्टल में एक गोली भरी हुई थी और मौके पर एक खोखा भी मिला था। पुलिस मामले की तह तक पहुंच गई है। सभी हत्यारे चिन्हित किए जा चुके हैं। कुछ पर्याप्त सुबूतों को जोड़ने के बाद जल्द ही पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया जाएगा।
गोपीनाथ सोनी, एएसपी सिटी।