जलस्तर बढ़ने से किसानों को बर्बादी की सता रही आशंका
जागरण संवाददाता गाजीपुर गंगा के जलस्तर में बढ़ाव से तटवर्ती इलाकों के लोगों की धुकधुकी
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : गंगा के जलस्तर में बढ़ाव से तटवर्ती इलाकों के लोगों की धुकधुकी बढ़ गयी है। बीते माह आई बाढ़ के दौरान काफी नुकसान उठा चुके किसान जलस्तर बढ़ने से परेशान नजर आ रहे हैं। गंगा का जलस्तर एक सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। शाम चार बजे तक गंगा का जलस्तर 57.700 मीटर रिकार्ड किया गया। जलस्तर बढ़ने से किसान बर्बादी की आशंका से चितित नजर आ रहे हैं। जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों के किसानों की चिता बढ़ गई है। उनको परवल की खेती पर बर्बादी का खतरा मंडराने लगा है। मुहम्मदाबाद : गंगा के जलस्तर में अचानक दो तीन दिनों से बढ़ाव शुरू हो गया है। तटवर्ती लोगों की माने तो करीब पांच से छह फीट तक जलस्तर बढ़ गया है। जलस्तर बढ़ने से पानी गंगा पार दियारा क्षेत्र में फैलना शुरू होगा तो सबसे ज्यादा नुकसान परवल की रोपाई कर चुके किसानों को उठाना पड़ेगा। करीब दो माह पूर्व आई बाढ़ के दौरान इलाके के किसानों की हजारों बीघा सब्जी, धान, बाजरा आदि की फसल डूबकर नष्ट हो गयी थी। बाढ़ के बाद किसानों को गुलाबी तूफान से जबर्दस्त नुकसान हुआ। अब बरसात का समय बीतने के बाद किसान दुबारा महंगे दाम पर परवल की लत्ती खरीदकर उसकी रोपाई कराए लेकिन इस बीच जलस्तर बढ़ना शुरू हो जाने से किसान अपनी बर्बादी की आशंका से बेचैन नजर आ रहे हैं। जलस्तर बढ़ने से शेरपुर के पास कटान की भी संभावना व्याप्त हो गयी है। इस संबंध में किसान जीतन राम, शिवानंद यादव, राम अवतार, रमेश आदि ने बताया कि इस वर्ष प्राकृतिक मार से किसान पूरी तरह टूट चुके हैं। अगर जलस्तर में बढ़ाव नहीं रुका तो किसान पूरी तरह बर्बाद हो जायेंगे।