शीघ्र सर्वे कराकर किसानों की दी जाए राहत

हंदू पूर्वांचल किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने मंगलवार को जिलाधिकारी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Aug 2021 07:11 PM (IST) Updated:Tue, 24 Aug 2021 07:11 PM (IST)
शीघ्र सर्वे कराकर किसानों की दी जाए राहत
शीघ्र सर्वे कराकर किसानों की दी जाए राहत

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : हिंदू पूर्वांचल किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने मंगलवार को जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें पत्रक सौंपा। मांग की कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कराकर अतिशीघ्र दैवीय आपदा से क्षतिपूर्ति किसानों को दी जाए।

बताया कि जिले के भांवरकोल, रेवतीपुर, बाराचवर, मुहम्मदाबाद, भदौरा ब्लाकों में बाढ़ की वजह से किसानों का भारी नुकसान हुआ है। फसल बीमा कंपनी द्वारा बीमित किसान को भी बीमा दिलाया जाए। गंगा व मंगई में में उफान के कारण भांवरकोल ब्लाक क दर्जनों गांव अब भी जलमग्न है। शतप्रतिशत फसलें बर्बाद हो चुकी हैं।

गहमर : बाढ़ से पहले जिन खेतों में खरीफ सीजन की प्रमुख फसलें धान, ज्वार, बाजरा, मक्का, ताल व सिवानो में हरियाली चादर ओढ़े शोभा बढ़ा रही थी, वहां अब वीरानी छाई हुई है। बजबजाती फसलों की दुर्गंध जलजनित बीमारियों को आमंत्रण दे रही हैं। क्षेत्र के किसान ओमप्रकाश यादव का कहना है कि बीते दो-तीन वर्षों में खेती की लागत दूना हो गई है। डीजल, उर्वरकों के रेट में बढ़ोतरी होने के साथ ही जुताई, ढुलाई मजदूरी भी काफी महंगी हो गई है। वहीं बाढ़ ने किसानों को कर्ज में डुबो दिया है। जिस पर सरकार को गंभीरता पूर्वक विचार कर नुकसान फसलों का सर्वे कराकर फसलों की उचित क्षतिपूर्ति करना चाहिए। किसान अशोक यादव, लक्ष्मन यादव, रंजन यादव, परशुराम चौधरी, जितेंद्र यादव, सुदिष्ट यादव सहित अन्य किसानों का कहना है कि गंगा में आई बाढ़ के बाद खेती किसानी चौपट हो गई है। अब सिर्फ सरकार से मिलने वाली आपदा राहत राशि की उम्मीद शेष है।

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