धान की खेती में मनोयोग से जुट गए हैं किसान

जागरण संवाददाता भांवरकोल (गाजीपुर) खरीफ के अंतर्गत आने वाली धान की खेती के लिए किसान पूरे मनोयोग से जुट गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 09:28 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 09:28 PM (IST)
धान की खेती में मनोयोग से जुट गए हैं किसान
धान की खेती में मनोयोग से जुट गए हैं किसान

जागरण संवाददाता, भांवरकोल (गाजीपुर) : खरीफ के अंतर्गत आने वाली धान की खेती के लिए किसान पूरे मनोयोग से जुट गए हैं। कुछ किसान जो बारिश हो जाने की वजह से मई के अंतिम सप्ताह या जून के प्रथम सप्ताह में नर्सरी डाल चुके हैं, उनकी नर्सरी की रोपाई अब आठ से 10 दिनों के अंदर होनी शुरू हो जाएगी।

ऐसे किसानों में सतीश राय, विजय नारायण पांडेय, मुन्ना राय, सूर्य बली राय, मनोज कुमार राय आदि शामिल हैं जिनकी नर्सरी लगभग तैयार हो चुकी है। ये किसान अपने खेतों की मेड़बंदी व जोताई-बोआई करने में जुटे हुए हैं, वहीं जिन किसानों की नर्सरी अभी तक नहीं पड़ सकी है वे इसकी तैयारी में हैं। खेत की तैयारी में किसानों में सहकारिता की भावना देखी जा रही है। बदौली अदाई मौजे में धान की नर्सरी डाल रहे तरांव निवासी राजेश कुमार गुप्ता और विनोद कुमार वर्मा ने बताया कि पहले डाली गई नर्सरी की तुलना में 15 से 20 जून की डाली गई नर्सरी के पौधों का विकास अधिक होता है। बताया कि हम छोटे किसान आपसी सहयोग से खेती का काम बड़े आराम से कर लेते हैं।

सिचाई की है परेशानी

किसानों ने बताया कि वीरपुर पंप नहर में पानी नहीं आने तथा खेतों तक पानी पहुंचने की व्यवस्था न होने से किसानों को काफी परेशानी हो रही है । मजबूर होकर नहर के नजदीक होने के बावजूद निजी नलकूप से सिचाई करने को विवश हैं। किसान या तो खुद निजी नलकूप लगा रहे हैं या दूसरे के निजी नलकूप से सिचाई करते हैं । ऐसे में डीजल या विद्युत मोटर से सिचाई काफी महंगी पड़ रही है।

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जागरण संवाददाता, गाजीपुर : कई दिन से रुक-रुककर हो रही बारिश से मौसम धान की खेती के लिए मददगार साबित हो रहा है। वहीं बुधवार को पूरे दिन आसमान पर बादल छाए रहे। कृषि विज्ञान केंद्र पीजी से प्राप्त पांच दिनों के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार बादल छाए रहेंगे और तेज बारिश होने की संभावना है। अधिकतम तापमान 30 से 31 डिग्री सेंटीग्रेड और न्यूनतम तापमान 23 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की उम्मीद है।

बारिश का पानी धान के बेहन के लिए काफी लाभदायक साबित हो रहा है। कृ षि विज्ञान केंद्र के मौसम विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा ने बताया कि भारी बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है किसान अपने खेती की सिचाई न करें।

जखनियां : स्थानीय कस्बा में दो दिनों से लगातार रिमझिम बारिश होने से पूरे कस्बे में फिसलन बढ़ गई है। सड़कों पर लोगों का आवागमन दूभर हो गया है। कस्बे की सड़कें टूट कर गड्ढे में तब्दील हो गई हैं। परसुपुर से चौजा तिराहा, पोस्ट आफिस रोड, तहसील गेट की सड़कें टूटकर क्षतिग्रस्त हो गईं हैं।

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