मुआवजा नहीं मिलने से किसान मायूस

खानपुर (गाजीपुर) क्षेत्र में पिछले साल आई गंगा गोमती और गांगी नदी के भीषण बाढ़ में प्रभावित खेतों के नुकसान का मुआवजा नहीं मिलने से किसान मायूस और परेशान है। सिधौना अमेहता नुरूद्दीनपुर गौरी हथौड़ा सहित कई गांवों के दर्जनों किसानों को पिछले साल बाढ़ की पानी में डूबे फसलों का मुआवजा नहीं मिल पाया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 05:55 PM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 05:55 PM (IST)
मुआवजा नहीं मिलने से किसान मायूस
मुआवजा नहीं मिलने से किसान मायूस

जागरण संवाददाता, खानपुर (गाजीपुर) : क्षेत्र में पिछले साल आई गंगा गोमती और गांगी नदी के भीषण बाढ़ में प्रभावित खेतों के नुकसान का मुआवजा नहीं मिलने से किसान मायूस और परेशान हैं। सिधौना, अमेहता, नुरूद्दीनपुर, गौरी, हथौड़ा सहित कई गांवों के दर्जनों किसानों को पिछले साल बाढ़ की पानी में डूबे फसलों का मुआवजा नहीं मिल पाया। सिधौना के किसान जीया यादव, सरकार मिश्रा, सियाराम सिंह कहते हैं कि फसलों के नुकसान मूल्यांकन और समीक्षा करने के बाद राहत सूची बनायी गई पर राशि वितरण नहीं किया गया। तैयार फसलों के नुकसान में मिलने वाली धनराशि ऊंट के मुंह में जीरा के समान होती है। फिर भी किसानों को कुछ पैसा मिल जाने से राहत और संतोष होता है जिसे विभागीय लापरवाही से वापस चला जाना किसानों को दोहरी नुकसान में झोंकने के बराबर है। तहसीलदार दिनेश कुमार ने बताया कि गंगा गोमती और गांगी नदी के दो दर्जन प्रभावित गांवों से करीब एक दर्जन गांवों के अधिकांश किसानों में राहत राशि बांट दी गयी है जबकि कई गांव अभी भी छूट गये है। धन की उपलब्धता होते ही बाकी लोगों को राहत राशि वितरित कर दिया जाएगा। उपजिलाधिकारी सैदपुर अनिरुद्ध प्रताप सिंह कहते है कि कोरोनाकाल में व्यस्तता के चलते राहत कोष का वितरण नहीं हो पाया जिससें बाढ़ राहत मद में आये राहत कोष का पैसा वापस चला गया जिसे पुन: भेजने का आग्रह किया गया है।

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