ट्रेनों के पुन: ठहराव को लेकर भूतपूर्व सैनिकों ने खोला मोर्चा

जागरण संवाददाता गहमर (गाजीपुर) स्थानीय रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के पुन ठहराव को लेकर शुक्रवार को पूर्व सैनिक सेवा समिति ने मोर्चा खोला।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 05:14 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 05:14 PM (IST)
ट्रेनों के पुन: ठहराव को लेकर भूतपूर्व सैनिकों ने खोला मोर्चा
ट्रेनों के पुन: ठहराव को लेकर भूतपूर्व सैनिकों ने खोला मोर्चा

जागरण संवाददाता, गहमर (गाजीपुर) : स्थानीय रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के पुन: ठहराव को लेकर शुक्रवार को पूर्व सैनिक सेवा समिति ने मोर्चा खोल दिया। स्टेशन मास्टर सुबोध कुमार सिंह के माध्यम से डीआरएम दानापुर को ज्ञापन सौंपकर आवाज मुखर की। चेताया कि पत्र के बाद 15 इंतजार करेंगे, अगर ठहराव नहीं हुआ तो अनशन पर बैठ जाएंगे।

पूर्व सैनिक सेवा समिति गहमर क्षेत्र के अध्यक्ष भूतपूर्व सूबेदार मारकंडेय सिंह ने कहा कि कोरोना काल में भी चल रही विभूति, मालदाह टाउन -भिवानी फरक्का एक्सप्रेक्स, कामाख्या, अमृतसर हावड़ा पंजाब मेल का ठहराव गहमर रेलवे स्टेशन पर होता था। वर्तमान में इनका ठहराव गहमर रेलवे स्टेशन पर यह कहते हुए हटा दिया गया कि यह स्पेशल ट्रेनें हैं और इनके आगे जीरो लगा है। रेलवे के इस फरमान से सैनिकों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व लेफ्टिनेंट वीर बहादुर सिंह ने कहा कि कामाख्या-भगत की कोठी एवं विभूति एक्सप्रेक्स तो ऐसी ट्रेन है जिनके स्पेशल होने के बाद भी केवल गहमर रेलवे स्टेशन से ठहराव हटाया गया है, जबकि फरक्का एक्सप्रेक्स तथा पंजाब मेल को छोटे-छोटे स्टेशनों पर जारी रखते हुए गहमर से ठहराव हटाया गया है। रेलवे का यह कदम देश के सैनिकों का अपमान है। अन्य वक्ताओं ने कहा कि गहमर में ठहराव खत्म किए गए कामाख्या-भगत की कोठी एक्सप्रेक्स हमें देश के पूर्वोत्तर सीमा और राजस्थान से सटी पाकिस्तान सीमा की तरफ ले जाती है। वही पंजाब मेल वाराणसी, लखनऊ, अंबाला और अमृतसर तक की यात्रा सैनिकों को कराती है। गहमर ठहराव वाली विभूति एक्सप्रेक्स प्रयागराज, दानापुर, मोकामा, दुर्गापुर व हावड़ा जो कि सेना छावनी है वहां तक ले जाती है। पत्र देने वालों में शिवानंद सिंह, सूर्यवली सिंह, चन्द्रमा सिंह, सुवेदार चन्द्रशेखर सिंह, सुबेदार शेषनाग उपाध्याय, रमाकांत सिंह यादव आदि रहे।

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