दहेज रहित शादी की पेश की मिसाल

बारा (गाजीपुर) गंगा एवं कर्मनाशा नदी के तट पर सेवराईं तहसील के बारा गांव निवासी अफजल खां ने वर्ष 19

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Oct 2019 09:53 PM (IST) Updated:Mon, 21 Oct 2019 09:53 PM (IST)
दहेज रहित शादी की पेश की मिसाल
दहेज रहित शादी की पेश की मिसाल

जासं, बारा (गाजीपुर) : गंगा एवं कर्मनाशा नदी के तट पर सेवराईं तहसील के बारा गांव निवासी अफजल खां ने वर्ष 1985 में बनी इस्लाह मोआशरा कमेटी की प्रेरणा से दहेज रहित शादी कर मिसाल कायम की है। इलाके के सैकड़ों लोग इस दहेज रहित शादी के गवाह बने।

गांव बारा के मोहल्ला रौजा निवासी हाजी जमशेद खां के बेटे अफजल खां ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह सौ फीसद दहेज रहित शादी करेंगे। उनका रिश्ता बारा गांव के कोट मोहल्ला निवासी जुबैर खां की बेटी सुमैया खातून से तय हुआ। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अफजल की बारात कोट मोहल्ले पहुंची जहां बारात में नाश्ते के बाद सादगी पूर्वक निकाह होने के बाद अफजल व सुमैया एक दूजे के हो गए। सोशल मीडिया पर यह दहेज रहित शादी चर्चा का विषय एवं एक अनूठी मिसाल बनी है। उत्तर प्रदेश समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव हारून खां के भतीजे जुबैर खां की बेटी की इस शादी में पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह समेत क्षेत्र के दर्जनों गणमान्य नागरिक शामिल हुए।

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