एक पखवारे बाद भी नहीं बना क्षतिग्रस्त पीपा पुल, राहगीर संकट में
जागरण संवाददातामुहम्मदाबाद (गाजीपुर) क्षतिग्रस्त बच्छलपुर-रामपुर पीपा पुल के एप्रोच का मरम्म
जागरण संवाददाता,मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) : क्षतिग्रस्त बच्छलपुर-रामपुर पीपा पुल के संपर्क मार्ग की मरम्मत एक पखवारे बाद भी शुरू नहीं हो सकी। इससे रेवतीपुर, भदौरा सहित बिहार सहित अन्य स्थानों पर जाने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
रविवार को सुबह मजदूरों ने काफी मशक्कत कर रेत में पड़े पीपा को पानी में डालने का कार्य किया। इस बार यह पीपा पुल करीब डेढ़ दर्जन बार क्षतिग्रस्त हो चुका है लेकिन कोई सुधि लेने वाला नहीं है। समस्या के प्रति प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह उदासीन बने हुए हैं।
रामपुर, रेवतीपुर, जमानियां, सेवराई तहसील के विभिन्न गांवों से होते हुए बिहार तक आवागमन के लिए पीपा पुल का निर्माण कराया गया। इस पुल के बनने से गंगा पार दियारा में खेती करने वाले किसानों के लिए कृषि यंत्रों थ्रेशर, ट्रैक्टर, ट्राली, हल आदि ले जाना व अनाज को घर तक लाना आसान हो गया था। इस समय खेती व लगन विवाह का सीजन होने से पुल का महत्व काफी बढ़ गया है।
इस वर्ष आए दिन पुल का एप्रोच क्षतिग्रस्त होने से आवागमन ठप हो जा रहा है। पुल से आवागमन बंद होने से लोगों को रेत में चलने के बाद नाव मिल रही है। तेज धूप व गर्मी से बेहाल लोगों को रेत में खड़ा होकर नाव के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ रहा है।
कटान से क्षतिग्रस्त एप्रोच की मरम्मत में पीपा, गार्डर व स्लीपर की कमी आड़े आ रही है। सामान का अभाव होने से कार्य में लगे मजदूरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मजदूर रेत में पड़े पीपा व स्लीपर को खोलकर किसी तरह गंगा की धारा में पहुंचाकर आवागमन बहाल करने में लगे हैं। तेज धूप में काम करने के चलते मजदूरों का स्वास्थ्य भी बिगड़ जा रहा है।
मरम्मत में लगे मेठ अशोक राय ने बताया कि दियारा में पड़े पीपा को मजदूरों के सहारे ढकेल कर पानी में डाल दिया गया है। सोमवार तक मरम्मत कार्य पूर्ण कर आवागमन बहाल कर दिया जाएगा। मरम्मत कार्य में तेज धूप भी बाधा पहुंचा रही है।