शुभ मुहूर्त में करें कलश स्थापना, मां देंगी समृद्धि

जागरण संवाददाता गाजीपुर शक्ति की उपासना का पर्व चैत्र नवरात्र 13 अप्रैल से शुरू हो रहा

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 05:52 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 05:52 PM (IST)
शुभ मुहूर्त में करें कलश 
स्थापना, मां देंगी समृद्धि
शुभ मुहूर्त में करें कलश स्थापना, मां देंगी समृद्धि

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : शक्ति की उपासना का पर्व चैत्र नवरात्र 13 अप्रैल से शुरू हो रहा है। इस बार कोई तिथि तय नहीं है। नवरात्र का पावन पर्व पूरे नौ दिनों तक मनाया जाएगा। समापन 21 अप्रैल को होगा। नवरात्र के साथ ही हिन्दू नववर्ष की शुरुआत भी होगी। नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा जीवन में सुख समृद्धि और शांति लाती है। कलश स्थापना, जौ बोने, दुर्गा सप्तशती का पाठ करने, हवन और कन्या पूजन से मां प्रसन्न होती हैं। चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवरात्र शुरू हो रहे हैं। चंद्रमा मेष राशि में रहेगा। अश्वनी नक्षत्र व स्वार्थसिद्ध और अमृतसिद्ध योग बन रहे हैं। अमृतसिद्धि योग में कोई कार्य शुरू करने पर शुभ फल मिलता है। साथ ही स्थायित्व की प्राप्ति होती है। वहीं स्वार्थ सिद्धि योग में जो भी कार्य किए जाते हैं वह बिना बाधा के पूर्ण होते हैं और सुख समृद्धि आती है। प्रथम नवरात्र में मां शैलपुत्री, द्वितीय में मां ब्रह्माचारिणी, तृतीय में मां चंद्रघंटा, चतुर्थ में कूष्मांडा, पंचम में मां स्कंदमाता, षष्ठ में मां कात्यायनी, सप्तम में मां कालरात्रि, अष्टम में मां महागौरी, नवम में मां सिद्धिदात्री के पूजन का विधान है।

----- कलश स्थापना मुहूर्त

: ज्योतिषाचार्य सच्चितानंद उर्फ मुन्ना पंडित ने बताया कि चैत्र की प्रतिपदा तिथि 12 अप्रैल को प्रात: आठ बजे से शुरू होकर 13 अप्रैल को प्रात: 10:16 पर समाप्त हो रही है। कलश स्थापना 13 अप्रैल को प्रात: 5:45 बजे से प्रात: 9:59 तक और अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:41 से 12:32 तक है।

---- माता का घोड़े पर आगमन है अशुभ संकेत : इस बार चैत्र नवरात्र का आरंभ मंगलवार से हो रहा है। मंगलवार के दिन मां दुर्गा का आगमन घोड़े पर होता है जो कि शुभ नहीं है। घोड़े पर मां के आने से भय और युद्ध की स्थिति बनी रहेगी।

chat bot
आपका साथी