मांगों को लेकर कर्मचारियों ने निकाला मशाल जुलूस

कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय आह्वान पर संयुक्त राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के तत्वावधान में 12 सूत्रीय मांगों को लेकर शनिवार की शाम मशाल जुलूस निकाला गया। महिला अस्पताल से शुरू हुई जुलूस महुआबाग अफीम फैक्ट्री होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 08:06 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 08:06 PM (IST)
मांगों को लेकर कर्मचारियों ने निकाला मशाल जुलूस
मांगों को लेकर कर्मचारियों ने निकाला मशाल जुलूस

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय आह्वान पर संयुक्त राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के तत्वावधान में 12 सूत्रीय मांगों को लेकर शनिवार की शाम मशाल जुलूस निकाला गया। महिला अस्पताल से शुरू हुई जुलूस महुआबाग, अफीम फैक्ट्री होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। आवाज बुलंद करते हुए कर्मचारी नेताओं ने हुंकार भरी कि मांगे पूरी होने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। नौ दिसंबर से अनिश्चतकालीन कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी।

मोर्चा के जिलाध्यक्ष एसपी गिरी और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली व एक जनवरी 2020 से फ्रिज महंगाई भत्ते का एरियर का भुगतान किया जाए, सेवारत एवं सेवानिवृत्ति कर्मचारियों को गंभीर रोग के इलाज के लिए कैशलेस इलाज की व्यवस्था संबधी नियमावली जारी किया जाए। आउट सोर्सिंग संविदा आदि कर्मचारियों की सेवा संबधी सुरक्षा भविष्य में स्थायीकरण के लिए एवं ईपीएफ बीमा आदि की सुविधा प्रदान करने के साथ ही अन्य 12 सूत्री मांगों को पूरा किया जाए। चेताया कि यदि मांगों पर विचार नहीं किया गया तो नौ दिसंबर से अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार किया जाएगा। अंत में मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि उपजिलाधिकारी अनिकेत कुमार व नायब तहसीलदार अभिषेक राय को सौंपा। जुलूस में ओंकार नाथ पांडेय, अरविद नाथ राय, जनार्दन यादव, विनय कुमार, ओम प्रकाश यादव, श्रीपति त्रिपाठी आदि रहे। संचालन एसपी गिरी ने किया।

बकाया मानदेय भुगतान को लेकर सौंपा पत्रक

गाजीपुर: बकाया मानदेय भुगतान की मांग को लेकर लोक शिक्षा प्रेरकों ने मुख्यमंत्री को संबोधित पत्रक शनिवार को जिलाधिकारी को सौंपा। प्रेरकों ने बताया कि लगभग 50 माह का मानदेय नहीं मिला है। जल्द ही समस्या का समाधान किया जाए। साक्षर भारत मिशन के अंतर्गत दो हजार रुपये प्रतिमाह के मानदेय पर प्रत्येक ग्राम सभा में एक महिला एवं एक पुरुष की नियुक्ति वर्ष 2011 में की गई थी। इसके अंतर्गत 31 मार्च 2018 तक लोक शिक्षा प्रेरक अनवरत कार्य करते रहे। इसके उपरांत बिना किसी सूचना के मिशन को बंद कर दिया गया। शिवकुमार सिंह, मुरारी गुप्ता, श्रवण गुप्ता, संजय कुमार, कंचन देवी, अमरदेव राम आदि थीं।

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