वेतन वृद्धि रोकने के खिलाफ मुखर हुए कर्मचारी

गाजीपुर रोडवेज परिसर में गुरुवार को रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद एवं राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के सदस्य कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रोकने के खिलाफ संयुक्त रूप से मुखर हो उठे। इस मौके कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन कर चेतावनी दी कि अगर एआरएम वेतन वृद्धि के निर्णय को वापस नहीं लेते हैं तो उन्हें मजबूरन बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 05:43 PM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 05:43 PM (IST)
वेतन वृद्धि रोकने के खिलाफ मुखर हुए कर्मचारी
वेतन वृद्धि रोकने के खिलाफ मुखर हुए कर्मचारी

जासं, गाजीपुर : रोडवेज परिसर में गुरुवार को रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद एवं राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के सदस्य कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रोकने व एआरएम के कथित उत्पीड़न के खिलाफ संयुक्त रूप से मुखर हो उठे। इस मौके कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन कर चेतावनी दी कि अगर एआरएम निर्णय को वापस नहीं लेते हैं तो रवैए में सुधार नहीं करते तो उन्हें मजबूरन बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष अरविद सिंह ने कहा कि वेतन वृद्धि को रोकना एआरएम के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। यह इनकी ओर से सरासर ज्यादती की जा रही है। चेताया कि अगर इन्होंने अपने निर्णय को वापस नहीं लिया तो कर्मचारी आंदोलन की राह पर जाने को मजबूर होंगे। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष दुर्गेश श्रीवास्तव ने कहा कि एआरएम बेवजह अपने अधिकार का दुरुपयोग कर रहे हैं। वेतन वृद्धि पर रोक लगाना एआरएम नहीं बल्कि क्षेत्रीय प्रबंधक के अधिकार क्षेत्र में आता है। इस मौके पर श्रीकांत राय, राकेश सिंह, बालेंद्र त्रिपाठी, जयप्रकाश सिंह, बृजेश राय, शैलेंद्र सिंह, मारकंडेय यादव, आलोक सिंह आदि थे।

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इनकी रुकी है वेतन वृद्धि

रोडवेज के चार कर्मचारियों कैलाश प्रजापति, मोहम्मद राशिद अंसारी, अशोक कुमार पांडेय एवं शीश अहमद की वेतन वृद्धि रोकी गई है।

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कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। अगर उनको गलत लगता है तो वे इसके खिलाफ अपील कर सकते हैं। इसके अलावा वे इसकी शिकायत बड़े अधिकारियों से कर सकते हैं। इस तरह के प्रदर्शन से कोई फायदा नहीं है।

-सुहैल अहमद, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रोडवेज।

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