4.60 लाख किसानों को भेजी आठवीं किश्त
जागरण संवाददाता गाजीपुर जिले के चार लाख साठ हजार किसानों के खाते में शुक्रवार को किसान निधि की आठवीं श्ति भेज दी गई।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : जिले के चार लाख साठ हजार किसानों के खाते में शुक्रवार को किसान निधि की आठवीं किश्त भेज दी गई। खाते में दो हजार की रकम आने के बाद किसानों खुश हैं। इस लाकडाउन में ये रुपये उनक ी खेती-बारी में काम आएंगे।
जिले में किसान निधि योजना के तहत कुल छह लाख 82 हजार किसानों के आनलाइन पंजीकरण कराया था। सत्यापन के बाद इसमें से एक लाख 58 हजार किसानों का आवेदन अपात्र होने के चलते निरस्त कर दिया गया। इसके बाद भी किसी न किसी कारण से किसान अपात्र होते रहे और उनका नाम लाभार्थी सूची से हटता रहा। फिलहाल चार लाख 60 हजार किसानों के खाते में किसान निधि की राशि भेजी गई है।
बीज केंद्र पर दर्ज कराएं शिकायत
अगर किसी किसान के खाते में किसान निधि का पैसा नहीं जा रहा है तो वह अपने ब्लाक पर स्थित बीज केंद्र पर जाकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। साथ में बैंक पासबुक, आधार कार्ड व खतौनी की फोटो कापी लेकर जाएं।
पूरी हो जाती है खाद-बीज की आवश्यकता
किसान सम्मान निधि योजना के दो हजार रुपये की किश्त आज मिली है। यह योजना किसानों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। इससे खाद बीज के अलावा अन्य जरूरतें भी पूरी हो जाती हैं इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद।
-सूर्यांश यादव, कादीपुर, कासिमाबाद। आवेदन के बावजूद नहीं मिला लाभ
मैंने किसान सम्मान निधि के लिए कई बार आवेदन किया। ब्लाक मुख्यालय से लेकर तहसील मुख्यालय तक चक्कर लगाकर थक चुका हूं । कृषि विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की लापरवाही के कारण मुझे आज तक किसान सम्मान निधि नहीं मिल पाया।
-गोपाल पांडेय, उरहा, जगदीशपुर।
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मिलेगी काफी सहूलियत
कोरोनाकाल में किसान सम्मान निधि ने प्यासे के लिए पानी का काम किया है। इस समय सभी काम धंधे बंद हैं, ऐसे में रोज के खर्चे के लिए यह निधि काम करेगी।
-शशिकांत राय, लौवाडीह। खेती-किसानी में मिलेगी मदद
सम्मान निधि से हम जैसे छोटे किसान धान की बीज खरीद सकेंगे, जिससे धान की खेती संभव हो पाएगी क्योंकि इस समय सबके आमदनी का स्त्रोत बंद हो चुका है।
- लल्लन राम, पारो। - जिले के पात्र 4.60 लाख किसानों के खाते में किसान निधि की आठवीं किस्त भेजी गई है। किसान अपना खाता चेक कर लें। जिसके खाते में नहीं आया है तो वह अपने ब्लाक स्थित बीज केंद्र पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
- मृत्युंजय सिंह, जिला कृषि अधिकारी।