शिक्षक बने डीएम, छात्रों को बताया सम-विषम

गाजीपुर जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य शुक्रवार को एक परिषदीय विद्यालय में कुछ देर के लिए शिक्षक बन गए और ब्लैक बोर्ड संभाल लिया। यह देख शिक्षक व बच्चे आश्चर्यचकित रह गए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Oct 2019 10:13 PM (IST) Updated:Fri, 18 Oct 2019 10:13 PM (IST)
शिक्षक बने डीएम, छात्रों को बताया सम-विषम
शिक्षक बने डीएम, छात्रों को बताया सम-विषम

जासं, गाजीपुर : जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य शुक्रवार को परिषदीय विद्यालय सकरा में कुछ देर के लिए न सिर्फ शिक्षक की भूमिका संभाले बल्कि यह भी दिखाया कि पढ़ाने के तौर-तरीके कैसे होने चाहिए। सम ओर विषम के बारे में अटके छात्रों को यूं सरलतम तरीके से समझाया कि सारे बच्चों के समझ में आ गया। भिन्न को लेकर भी कुछ यही हाल था। उनके जाने के बाद बच्चे कहते रहे कि ऐसे तो पहले बताया ही नहीं गया था जैसे डीएम सर ने समझाया।

जिलाधिकारी विकास खंड सदर क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय सकरा का आकस्मिक निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने विद्यालय में उपस्थिति पंजिका, मिड-डे मील रजिस्टर, चेक किया जिसमें 106 में 85 बच्चे मौके पर उपस्थित मिले। वहां बच्चों को देख वह सीधे ब्लैक बोर्ड संभाल लिए। यह देख शिक्षक व बच्चे आश्चर्यचकित रह गए। जिलाधिकारी ने कक्षा में बच्चों को स्वयं पढ़ाकर उनके शैक्षिक गुणवत्ता की जांच की। उन्होंने स्वयं ब्लैक बोर्ड पर लिख कर विद्यार्थियों से सवाल पूछे जिसमें से कुछ प्रश्नों का छात्रों ने सही उत्तर दिया और कुछ का गलत। इस पर डीएम ने शिक्षकों को निर्देश दिया कि वह बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। घर-घर जाकर लोगों को अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें।

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-स्कूल के बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं दिखी लेकिन जरूरत है उसे कैसे बाहर निकाला जाय। उनकी समझ बहुत अच्छी है। एक बार बताने पर ही बच्चों को बहुत कुछ समझ आ गया। इससे यह इंगित होता है कि यदि उन्हें बेहतर और सरल तरीके से बदले शैली में समझाया और पढ़ाया जाय तो वह आसानी से कर लेंगे जिसे लेकर दिक्कत समझ में आती है।

-ओमप्रकाश आर्य, जिलाधिकारी।

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