बसपा का टिकट फाइनल होते ही मायूस हुए सपा कार्यकर्ता
गाजीपुर लोकसभा चुनाव-2019 में सपा-बसपा गठबंधन सीटों पर से अब धीरे-धीरे असमंजस का परदा हटने लगा है। सियासी तस्वीर साफ होने लगी है। सपा-बसपा गठबंधन की ओर से गाजीपुर की सीट बसपा के खाते में आयी है।
जासं, गाजीपुर : सपा-बसपा गठबंधन की ओर से गाजीपुर की सीट बसपा के खाते में आने की खबर से सियासत गर्मा गई। इसने जहां सपा खेमे को मायूस कर दिया, वहीं बसपा कार्यकर्ता गदगद नजर आए। पूरे दिन इसकी चर्चा होती रही। सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि गठबंधन के फार्मूले के अनुसार गाजीपुर की सीट सपा के खाते में आनी चाहिए थी।
सपा और बसपा के गठबंधन के बाद से ही दोनों दलों के कार्यकर्ता काफी उत्साहित थे, लेकिन इसके साथ टिकट की दावेदारी करने वाले दिग्गज ¨चतित भी। सपा के आधा दर्जन से अधिक नेता अपने लिए टिकट जुगाड़ने में जुट गए। सभी ने लखनऊ में डेरा डाल रखा था लेकिन उस समय उनके होश उड़ गए जब पता चला कि सीट बसपा के खाते में चली गई। शहर से लेकर गांव तक इसकी चर्चा हो रही है। सभी लोग अपनी-अपनी दलीलें देने में मशगूल हैं।
--- - यहां टिकट बसपा को मिले या सपा को, इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। प्रत्याशी कोई भी हो, हम दोनों दलों के कार्यकर्ता जी-जान से लड़ेंगे। खुशी उसी दिन हुई थी जब दोनों दलों का गठबंधन हुआ था। - कमलेश गौतम, जिलाध्यक्ष-बसपा। ---
-लक्ष्य बड़ा है। भाजपा को हराने के लिए नेता जी ने यह फैसला लिया है। गठबंधन प्रत्याशी को जिताकर उनके इस निर्णय को सही साबित करना है।
-डा. विरेंद्र यादव, जंगीपुर सपा विधायक।