परिषदीय विद्यालयों में स्वच्छता अभियान अधर में

परिषदीय विद्यालयों में स्थाई सफाई कर्मचारी नियुक्त नहीं होने से परिसर सहित शौचालयों में गंदगी का अंबार लग जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 06:03 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 08:48 PM (IST)
परिषदीय विद्यालयों में स्वच्छता अभियान अधर में
परिषदीय विद्यालयों में स्वच्छता अभियान अधर में

जागरण संवाददाता, खानपुर (गाजीपुर) : परिषदीय विद्यालयों में स्थाई सफाई कर्मचारी नियुक्त नहीं होने से परिसर सहित शौचालयों में गंदगी का अंबार लग जाता है।

प्राइमरी और जूनियर स्कूलों में परिसर सहित विद्यालय भवन में साफ सफाई करने का जिम्मा गांव के सफाई कर्मियों पर होता है। गांव के सफाई कर्मचारियों की उदासीनता और अनदेखी से विद्यालय परिसर और शौचालयों का स्वच्छता अभियान आधा -अधूरा रहता है। कई विद्यालयों के पुरुष प्रधानाध्यापक खुद आगे बढ़कर सफाई का जिम्मा संभालते हैं। अध्यापकों का कहना है कि निजी खर्चे पर सफाईकर्मी रखना पड़ता है या किसी को दिहाड़ी के हिसाब से खुद पैसे देकर रख भी लें तो ऐसे कर्मचारी बाद में पक्की नौकरी लगने की उम्मीद लगा लेते हैं। ग्रामीण अभिभावकों का कहना है कि स्कूलों में गंदगी होती है तो सर्द मौसम में बीमारी फैलने का भय रहता है। विद्यार्थियों को संचारी संक्रमित बीमारियों सहित सांस, उल्टी, दस्त, बुखार की आशंका होती है। इसका बुरा प्रभाव बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ता है। कई स्कूलों में मजबूरीवश बच्चे खुद सफाई करते हैं लेकिन किसी भी विद्यार्थी से शौचालय साफ कराना संभव नहीं होता है। शौचालय का इस्तेमाल से पूर्व बच्चों को खुद शौचालयों में पानी डालना और सफाई करना पड़ता है। खंड शिक्षा अधिकारी सैदपुर राजेश सिंह ने बताया कि जल्द ही शिक्षा विभाग विद्यालयों को आवश्यकता के अनुसार सूचीबद्ध कर रहा है। सरकार सभी विद्यालयों में सफाईकर्मी और चौकीदार की नियुक्ति करने वाली है। सभी ग्रामप्रधानों सहित गांव के शिक्षा समितियों को विद्यालय परिसर में स्वच्छता बनाए रखने के लिए निर्देशित किया गया है। दिसंबर के प्रथम सप्ताह से मेरा विद्यालय स्वच्छ विद्यालय का अभियान चलाया जाएगा।

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