बच्चों ने निकाली तिरंगा यात्रा
आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा सोमवार को नगर में कई स्कूल के बच्चों द्वारा 70 मीटर के तिरंगा यात्रा के साथ ही भारत माता व रानी लक्ष्मीबाई की आकर्षक झांकी निकाली गई। रैली में हजारों की संख्या में छात्र व छात्राओं ने हिस्सा लेकर पूरे नगर को तिरंगामय कर देशभक्ति के रंग में रंग दिया।
जागरण संवाददाता, सैदपुर (गाजीपुर) : आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा सोमवार को नगर में कई स्कूल के बच्चों द्वारा 70 मीटर के तिरंगा यात्रा के साथ ही भारत माता व रानी लक्ष्मीबाई की आकर्षक झांकी निकाली गई। रैली में हजारों की संख्या में छात्र व छात्राओं ने हिस्सा लेकर पूरे नगर को तिरंगामय कर देशभक्ति के रंग में रंग दिया।
नगर के सफल चिल्ड्रेन स्कूल, टाउन नेशनल इंटर कालेज, सरस्वती विद्या मंदिर, आरएन पब्लिक स्कूल व परिषदीय विद्यालय के बच्चों ने जुलूस निकाला। सबसे पहले सभी स्कूल के बच्चे सैकड़ों तिरंगा लहराते हुए बूढ़ेनाथ महादेव घाट पर पहुंचे। जहां मां भारती की आरती उतारकर यात्रा को रवाना किया गया। इसके बाद बच्चे हाथों में तिरंगा लहराते भारत माता की जय, वंदे मातरम का जयघोष करते हुए आगे बढ़े। भारत माता के रूप में सरस्वती स्कूल की छात्रा रथ पर सवार थी तो रानी लक्ष्मीबाई के रूप में तलवार लेकर सफल स्कूल की छात्रा घोड़े पर सवार होकर चल रही थी। इधर टाउन नेशनल इंटर कालेज के छात्र व छात्राएं रिकार्ड 70 मीटर का तिरंगा लेकर नारा लगाते हुए चले और चौराहे पर एक साथ हो गए। पूरे नगर का भ्रमण करते रहे। रास्ते में वेदप्रकाश जायसवाल, अशोक जायसवाल, अनिल बरनवाल आदि द्वारा भारत माता वरानी लक्ष्मीबाई की आरती उतारी गई। रास्ते भर महिलाएं व पुरुष अपने घरों की छतों से जुलूस पर पुष्प बरसा कर स्वागत कर रहे थे। पूरे नगर का भ्रमण करते हुए जुलूस टाउन नेशनल स्कूल पहुंची। जहां सभा में तब्दील हो गई। वहां पर बच्चों को भारत की आजादी के संघर्ष व 75 सालों की यात्रा को बताया गया। जिसे बच्चों ने खूब मन से सुना। इसके पश्चात जलपान देकर समापन किया गया। आरएसएस के जिला प्रचारक कमलेश, विधायक सुभाष पासी की पत्नी रीना पासी, प्रहलाद दास जायसवाल, अविनाश बरनवाल, पूर्व चेयरमैन हरिनाथ सोनकर, शीला सोनकर, डॉ केजी मिश्र, अमित चौरसिया, हरिशरण वर्मा, राजकिशन जायसवाल, संजय सिंह, डा पीएन सिंह, पूनम मौर्या आदि थे।