अकीदत से मना कर्बला के शहीदों का चेहलूम

जागरण संवाददाता गाजीपुर नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में कर्बला के शहीदों का चेहलूम अकीदत

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 07:02 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 07:02 PM (IST)
अकीदत से मना कर्बला के शहीदों का चेहलूम
अकीदत से मना कर्बला के शहीदों का चेहलूम

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में कर्बला के शहीदों का चेहलूम अकीदत से मंगलवार को मनाया गया। नगर के मोहल्ला नुरूद्दीनपुरा स्थित इमामबाड़ा चेहलूम में कर्बला के शहीदों का चालीसवां पूरी श्रद्धा से मनाया गया। यहां से लोग कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए विशेश्वरगंज स्थित इमामबाड़ा पहुंचे, जहां अगले वर्ष के लिए कार्यक्रम को बढ़ा दिया गया। इसमें अलम, ताबूत था जो कर्बला के शहीदों की याद दिला रहा था।

सुबह चेहलूम के इमामबाड़ा में मजलिस का आयोजन हुआ । मौलाना तनवीरूल हसन ने खिताब फरमाया। उन्होंने फरमाया कि सन् 61 हिजरी में दस मुहर्रम को इमाम हुसैन व उनके साथियों को बिना जुर्म-ओ-खता शहीद कर दिया गया। महिलाओं को बंदी बनाकर शाम के कैदखाने में डाल दिया। कर्बला के मैदान में इमाम का जनाजा बगैर कफन पड़ा रहा। मौलाना के बयान को सुनकर माहौल गमगीन हो गया। इसके बाद तमाम मुकामी अंजुमनों ने नौहाख्वानी की। इसके बाद लोग मिश्र बाजार स्थित छोटा इमामबाड़ा पहुंचे और नौहाख्वानी की। वहां पर श्रद्धालुओं को जियारत अरबैन पढ़ाई गई। इस दौरान अकीदतमंदों ने जंजीर का मातम भी किया। अंत में अलविदाई तकरीर मौलाना तनवीरूल हसन जैनबी ने की। मौलाना ने कर्बला के शहीदों के मसायब पढ़े जिसे सुनकर लोगों की आंखें भर आई। इसके बाद सेहरा को दफन किया गया। इस मौके पर नगर की तमाम अंजुमनों ने नौहाख्वानी व सीनाजनी की।

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