लापरवाही मिलने पर नपेंगे केंद्र व्यवस्थापक

जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने राइफल क्लब में बुधवार को बैठक .

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 07:25 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 09:43 PM (IST)
लापरवाही मिलने पर नपेंगे केंद्र व्यवस्थापक
लापरवाही मिलने पर नपेंगे केंद्र व्यवस्थापक

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने राइफल क्लब में बुधवार को बैठक के दौरान अधिकारियों को संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड व प्रशिक्षित स्नातक लिखित परीक्षा (टीजीटी) की गाइड लाइन का पालन करने का निर्देश दिया। कहा कि लापरवाही मिलने पर केंद्र व्यवस्थापकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा शुचितापूर्ण, नकलविहीन व शांतिपूर्ण होनी चाहिए।

उन्होंने हिदायत दी कि सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टेटिक मजिस्ट्रेट, सचल दल, पर्यवेक्षक व केंद्र व्यवस्थापक सख्त रहें। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। परीक्षा में कोई भी मोबाइल एवं इलेक्ट्रानिक्स डिवाइस लेकर उपस्थित नहीं होगा। प्रश्नपत्र खोले जाने के समय का वीडियोग्राफी अवश्य कराई जाएगी। इसके बाद इसकी रिपोर्ट अधोहस्ताक्षरी व नोडल अधिकारी को उपलब्ध कराएंगे। संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड छह अगस्त को

- संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड छह अगस्त को दो पालियों में (पूर्वाहन नौ से 12 बजे एवं अपराह्न दो से पांच बजे) व प्रशिक्षित स्नातक लिखित परीक्षा सात व आठ अगस्त को दो पालियों में (पूर्वाह्न 9.30 से 11.30 बजे तथा अपराह्न 2.30 से शाम 4.30 बजे) तक होगी। संयुक्त बीएड परीक्षा को संपादित कराने के लिए जनपद में 35 परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया गया है। प्रत्येक दो परीक्षा केंद्रों पर केंद्र प्रतिनिधि को तैनात किया गया है। प्रशिक्षित स्नातक लिखित परीक्षा को संपादित कराने के लिए जनपद में प्रस्तावित 48 परीक्षा केंद्रों के सापेक्ष सात अगस्त को प्रथम पाली में 12 एवं द्वितीय पाली में सात तथा आठ अगस्त को प्रथम पाली में 11 एवं द्वितीय पाली में 13 परीक्षा केंद्रों का निर्धारण करते हुए छात्र-आवंटन किया गया है।

कम राजस्व प्राप्ति वाले विभागों पर जताई नाराजगी

: जिलाधिकारी एमपी सिंह ने राइफल क्लब में कर-करेत्तर एवं मासिक स्टाफ बैठक में कम राजस्व प्राप्ति वाले विभागों पर नाराजगी जताई। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कार्ययोजना बनाकर लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने चकबंदी, व्यापार कर, विद्युत देय, आबकारी, औद्योगिक ऋण, बाट माप, बैक देय, परिवहन, मंडी समिति, वन विभाग, स्टांप, नगर पालिका, आडिट आपत्ति, अंश निर्धारण, आइजीआरएस, मोटर देय, सिचाई, काउंटर फाइल की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने आडिट आपत्ति, व्यापार कर, परिवहन कर, बैंक देय, तथा जनपद के बडे़ बकायादारों के बारे में जानकारी ली। अपर जिलाधिकरी राजेश कुमार सिंह, समस्त उपजिलाधिकारी तहसीलदार एवं संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

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