सजगता बचाएगी जान

जागरण संवाददाता, गाजीपुर: सड़क पर पैदल चलने वाले और मोटर चालकों को यातायात नियमों की जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है। लोगों के सुरक्षित यात्रा के लिए चौराहों, जंक्शनों पर पहले ही दिशा-निर्देश व चेतावनी दिया जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Nov 2018 09:50 PM (IST) Updated:Sat, 17 Nov 2018 10:44 PM (IST)
सजगता बचाएगी जान
सजगता बचाएगी जान

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : सड़क पर पैदल चलने वाले और मोटर चालकों को यातायात नियमों की जानकारी होना आवश्यक है। लोगों के सुरक्षित यात्रा के लिए चौराहों व जंक्शनों पर पहले ही दिशा-निर्देश व संकेतक लगे होते हैं। ऐसे में उसकी पहचान के लिए इसकी जानकारी होना आवश्यक है। नियमों की जानकारी नहीं होने पर काफी नुकसान होता है। ड्राइ¨वग लाइसेंस प्राप्त करने वालों को नियमों सहित प्रतीकों की पहचान होनी चाहिए। यातायात के नियमों में शत-प्रतिशत सजगता जरुरी है नहीं तो दुर्घटना होते देर नहीं लगेगी।

स्कूलों, कालेजों व कार्य स्थलों सहित सार्वजनिक स्थानों में सड़क सुरक्षा के बारे में जानकारी दी जाती है। यातायात नियमों की जानकारी हमें काफी हद तक सड़क पर सुरक्षा उपलब्ध कराती है। ट्रैफिक नियमों का पालन न करने की वजह से या गलत तरीके से सड़क पर वाहन चलाने के कारण अक्सर हादसे हो जाते हैं। इसमें लोगों की जान भी चली जाती है। इसके लिए जरूरी है कि हम सभी यातायात नियमों के प्रति जागरूक रहें और वाहन चलाते समय उनका पालन कर सड़क पर होने वाले हादसों को रोकने में सहयोग दें। कुछ वाहन चालक वाहनों को तेज स्पीड से दौड़ाने के साथ ही यातायात नियमों का खुला उल्लंघन करते हैं। इनमें दोपहिया या चारपहिया वाहन हो या इससे बड़ा वाहन ही क्यों न हो। गलत दिशा से ओवरटेक करना, जाम के दौरान दूसरे साइड से आगे पहुंचकर वाहनों के आमने-सामने फंसकर जाम की समस्या को और अधिक बढ़ा देते हैं। ऐसे में कई बार भयानक हादसा भी हो जाता है। इसमें वाहन चालकों सहित राहगीर या दूसरे वाहनों को भी नुकसान पहुंचता है। कभी-कभी तो लोग अपनी ¨जदगी से हाथ धो बैठते हैं। इसलिए इसके प्रति जागरुकता के साथ ही सजगता भी बहुत जरुरी है। यातायात नियमों की पूरी जानकारी रखते हुए रोड पर ड्राइव करते समय उसका पालन करें तो काफी हद तक हादसों को टाला जा सकता है। इससे हम स्वयं तो सुरक्षित रहेंगे ही, दूसरों को भी सुरक्षित रखेंगे। इसके लिए जरूरी है हम सभी यातायात नियमों के प्रति जागरुकता फैलाएं और खुद भी सचेत रहें। वाहन को कभी तेज गति में चलाएं, इससे ज्यादा समय नहीं बचता है। यह सिर्फ लोगों का भ्रम है कि तेज चलाएं तो जल्दी पहुंच जाएंगे। निर्धारित मानक के अनुसार ही वाहन चलाएं।

----- इस संकेत पर दे विशेष ध्यान

- यातायात नियमों के कुछ संकेत ऐसे हैं, जिसपर विशेष ध्यान देना चाहिए। अनिवार्य संकेत: ये संकेत यातायात के सरल संचालन के लिए उपयोग किये जाते हैं। कानूनों के नियमों और प्रतिबंधों के बारे में जानकारी देते हैं। इन नियमों और प्रतिबंधों का उल्लंघन करना अपराध है। चेतावनी संकेत: यह पहले से ही सड़क की खतरनाक स्थितियों के बारे में जागरूक करते हैं ताकि चालक आगे आने वाली समस्या से निपटने के लिए पहले से सतर्क हो जाए। सूचनात्मक संकेत: इससे यात्रियों को स्थानों, वैकल्पिक मार्गों, भोजनालयों, सार्वजनिक शौचालयों, अस्पतालों आदि जैसे प्रमुख स्थानों के बारे में जानकारी मिलती है।

---- झपकी आए तो रोक दें गाड़ी

- अक्सर लोगों को वाहन चलाते समय थोड़ी देर बाद ही नींद आने लगती है। यह चुस्त-दुरुस्त व्यक्तियों के साथ भी हो सकता है। ऐसे में कई बार सड़क दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं। झपकी आने पर वाहन चलाने की एकाग्रता और सावधानी बिल्कुल ही समाप्त हो जाती है। झपकी लेने की आदत बेहद ही खतरनाक है। झपकी आने की सबसे ज्यादा संभावना तब होती है जब आप कोई एकसरता वाला काम कर रहे हों। दोपहर बाद गाड़ी चलाते वक्त झपकी आ सकती है क्योंकि उस समय शरीर में ऊर्जा का स्तर कम होता है। रात में भी झपकी आ सकती है। इसलिए जब आपको नींद महसूस हो रही हो तो गाड़ी को किसी सुरक्षित जगह रोक दें। जब आपको महसूस हो कि अब झपकी नहीं आएगी तो आगे का सफर तय करें।

---- नियमों की जानकारी होने पर बनवाएं लाइसेंस

- अक्सर देखा जाता है कि लोगों को नियमों की जानकारी नहीं होती है, लेकिन बड़े कामर्शियल वाहनों का लाइसेंस बन जाता है। इसलिए इसके नियम को सख्त करने की आवश्यकता है। जब तक लोगों को यातायात नियमों व संकेतों की पूरी जानकारी न हो जाए उनको लाइसेंस निर्गत नहीं करनी चाहिए। हालांकि एआरटीओ आफिस में अब तो आनलाइन परीक्षा भी हो रही है। आवेदन करते समय ही उनको नियमों के बारे में जानकारी देने के साथ ही एक बुक भी दी जाती है ताकि वह उसे पढ़कर सभी जानकारी प्राप्त कर सकें। कामर्शियल वाहनों के लाइसेंस के लिए आठवीं तक की शिक्षा अनिवार्य है। उम्र 18 वर्ष होनी चाहिए लेकिन सड़क पर देखेंगे तो इससे भी कम उम्र के बच्चे वाहन चलाते हुए मिल जाएंगे। संकेतों की जानकारी नहीं होने से वह धड़ल्ले से वाहन चलाते हैं और अक्सर ऐसे लोगों के साथ हादसा हो जाता है। इसके लिए बच्चों के माता-पिता को सतर्कता बरतनी चाहिए।

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