टिकैत ने कहा, सरकार से पूरा हिसाब-किताब लेकर जाएंगे
जागरण संवाददाता साहिबाबाद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सहित अन्य मांगों को लेकर यूपी गेट पर
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सहित अन्य मांगों को लेकर यूपी गेट पर चल रहा प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा। उत्तराखंड और पंजाब के करीब 50 प्रदर्शनकारी यहां से लौट गए। कुछ प्रदर्शनकारी प्रदर्शन को लेकर चर्चा करते रहे। हालांकि ज्यादा तंबू खाली ही रहे। प्रदर्शन स्थल पर सन्नाटा पसरा रहा। वहीं, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार से पूरा हिसाब-किताब लेकर जाएंगे। सरकार को कुछ सुझाव दिए हैं, उनका जवाब मिलने का इंतजार है। मंगलवार शाम को राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार अब चिट्ठियों का आदान-प्रदान कर रही है। बातचीत के लिए स्पष्ट रूप नहीं बताया जा रहा है। यदि किसान नाराज हो गया तो स्थिति बदल सकती है। प्रदर्शन समाप्त होने के प्रश्न पर राकेश टिकैत ने कहा कि इस बारे में तो सरकार पिछले एक साल और सत्ता के समर्थक कई दिनों से कह रहे हैं, मगर किसान अपना पूरा हिसाब-किताब लेकर ही घर जाएगा। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टरों पर से 10 साल का प्रतिबंध हटाने और अन्य मुद्दों पर बातचीत स्पष्ट नहीं हुई है। किसानों पर दर्ज मुकदमे पर सरकार से बैठकर वार्ता की जाएगी। अभी कोई आंदोलन वापस लेने की गारंटी नहीं लेगा। बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में अगला निर्णय लिया जाएगा।
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सरकार की भाषा पर एतराज : भाकियू के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि सरकार की ओर से प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। कुछ असहमतियों से सरकार को अवगत करा दिया है। कमेटी, मुकदमे आदि की भाषा पर एतराज है। बुधवार को नया प्रस्ताव मिलने पर दो बजे संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में फैसला होगा।
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खाली पड़े रहे तंबू : मंगलवार को उत्तराखंड और पंजाब के 50 से अधिक प्रदर्शनकारी लौट गए। हाईवे पर लगे ज्यादातर तंबू खाली रहे। तंबुओं में दो-चार प्रदर्शनकारी दिखे। फ्लाईओवर के नीचे लगे तंबुओं में प्रदर्शनकारियों की कुछ संख्या दिखी। वह बैठ कर आपस में प्रदर्शन को लेकर चर्चा करते रहे। सभी ने दबी जुबान कहा कि अब प्रदर्शन खत्म ही समझो। एक-दो प्रदर्शनकारियों के मुंह से वापस जाने के लिए टैक्टरों को तैयार रखने की बात भी सुनी गई, लेकिन पूछने पर उन्होंने इन्कार कर दिया।