वायु सेना स्टेशन हिडन के विमानों की उड़ान के लिए खतरा बने जंगली जानवर
मदन पांचाल गाजियाबाद जंगली जानवर वायु सेना स्टेशन हिडन के विमानों की उड़ान के लिए खतरा ब
मदन पांचाल, गाजियाबाद: जंगली जानवर वायु सेना स्टेशन हिडन के विमानों की उड़ान के लिए खतरा बन रहे हैं। एयर फोर्स स्टेशन हिडन प्रबंधन द्वारा इस संबंध में स्थानीय वन विभाग को एक पत्र भेजा है। पत्र के जरिये वायु सेना स्टेशन परिसर में मौजूद जंगली जानवरों को पकड़ने का अनुरोध किया गया है। पत्र मिलने के बाद वन विभाग ने हिडन एयर बेस परिसर में मौजूद जंगली जानवरों को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है।
एयर फोर्स स्टेशन हिडन परिसर में तेंदुआ समेत जंगली जानवरों की मौजूदगी बताई गई है। इस संबंध में वायु सेना के सुरक्षा अधिकारी की ओर से वन विभाग को पत्र भेजा है। वन विभाग के मुताबिक एयर फोर्स स्टेशन हिडन द्वारा भेजे गए पत्र में अनुरोध किया गया है कि परिसर में नील गाय, तेंदुआ, सियार और जंगली सूअर बहुतायत में हैं। जंगली जानवर वायुसेना के विमानों की उड़ान के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। विमानों के उड़ने एवं उतरते समय जंगली जानवरों के रन-वे पर आने का डर रहता है। तकनीकी क्षेत्र में अंधेरे में वायु सैनिकों द्वारा कार्य करते समय जंगली जानवरों से सबसे अधिक खतरा रहता है। अफसर एवं जवान जंगली जानवरों को देखकर डर जाते हैं। पिछले सालों के सापेक्ष जंगली जानवरों की संख्या में इजाफा हो रहा है। देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला होने पर वन विभाग प्रारंभिक जांच के बाद सक्रिय हो गया है।
एशिया का सबसे बड़ा वायु सेना स्टेशन है
एयर फोर्स स्टेशन हिडन देश का हा नहीं एशिया का सबसे बड़ा वायु सेना स्टेशन है। यह दुनिया का आठवां सबसे बड़ा स्टेशन है। 14 किलोमीटर राउंडेड एरिया के साथ 55 स्क्वायर किलोमीटर में स्टेशन फैला हुआ है। साल 2006 से लगातार वायु सेना दिवस का आयोजन यहीं पर किया जा रहा है। लड़ाकू विमानों का आना-जाना भी लगा रहता है। सी-17 ग्लोबमास्टर और सी-130 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट का संचालन भी एयर फोर्स स्टेशन हिडन से होता है। कई वीआइपी भी इसी एयर बेस से आते-जाते रहते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी दिल्ली आने पर पहले हिडन एयर बेस पर ही राजकीय विमान से पहुंचते हैं।
एयर फोर्स स्टेशन हिडन प्रबंधन की ओर से भेजा गया एक पत्र मिला है। पत्र में अवगत कराया गया है कि स्टेशन परिसर में तेंदुआ समेत कई जंगली जानवरों की भरमार है। विमानों की उड़ान के लिए खतरा बन रहे हैं। तकनीकी क्षेत्र में काम करते समय आ जाते हैं। जंगली जानवरों को वन्य जीव संरक्षण अधिनियमों का ध्यान रखते हुए पकड़कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ने का अनुरोध किया गया है। जंगली जानवरों को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम गठित कर दी गई है। तेंदुआ पकड़ने के लिए एयर बेस परिसर में एक पिजरा स्थायी तौर पर लगा दिया गया है।
- प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, कार्यवाहक निदेशक सामाजिक वानिकी प्रभाग गाजियाबाद