खेत और खाकी के झंडाबरदारों के टकराव का कौन जिम्मेदार?

किसान क्रांति यात्रा जिस अनुशासन के साथ हरिद्वार से दिल्ली के लिए चली थी। दिल्ली बार्डर के यूपी गेट पर वही हुआ जिसका ड़र था। किसानों के दिल्ली में प्रवेश पर रोक के लिए यूपी बार्डर की सभी सीमाएं सील कर दी गई थी। उधर, यात्रा में शामिल किसानों ने तय समय पर दिल्ली राजघाट के लिए कूच किया। रास्ता न मिलने पर उग्र हुए किसानों पर पानी की तेज बौछार, रबर बुलेट और आंसू गैस के गोले दागे गए, जिसमें दर्जनभर से अधिक किसान जख्मी हुए। खाकी और किसानों के बीच हुए टकराव का जिम्मेदार कौन है। किसान क्रांति यात्रा के हरिद्वार से दिल्ली पहुंचने के बीच वार्ता न करना किसकी लापरवाही मानी जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Oct 2018 09:56 PM (IST) Updated:Tue, 02 Oct 2018 09:56 PM (IST)
खेत और खाकी के झंडाबरदारों के टकराव का कौन जिम्मेदार?
खेत और खाकी के झंडाबरदारों के टकराव का कौन जिम्मेदार?

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : किसान क्रांति यात्रा अनुशासन के साथ हरिद्वार से दिल्ली के लिए चली थी। गाजियाबाद तक तय कार्यक्रम के मुताबिक ठीकठाक पहुंची भी, लेकिन दिल्ली बार्डर के यूपी गेट पर वही हुआ जिसका डर था। किसानों के दिल्ली में प्रवेश पर रोक के लिए यूपी बार्डर की सभी सीमाएं सील कर दी गई थीं। उधर, यात्रा में शामिल किसानों ने तय समय पर राजघाट के लिए दिल्ली कूच किया। रास्ता न मिलने पर उग्र हुए किसानों पर पानी की तेज बौछार, रबर बुलेट और आंसू गैस के गोले दागे गए, जिसमें दर्जनभर से अधिक किसान जख्मी हुए। खाकी और किसानों के बीच हुए टकराव का जिम्मेदार कौन है? किसान क्रांति यात्रा के हरिद्वार से दिल्ली पहुंचने के बीच वार्ता न करना किसकी लापरवाही मानी जाएगी?

धर्मनगरी हरिद्वार के टिकैत घाट से विभिन्न मांगों को लेकर भाकियू के झंडे तले किसान क्रांति यात्रा में सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्राली लेकर हजारों किसान दिल्ली राजघाट के लिए निकले। करीब ढाई सौ किलोमीटर की यात्रा में किसान पूरी तरह व्यवस्थित होकर आगे बढ़ते आराम करते गाजियाबाद सोमवार तक पहुंच गए। पुलिस प्रशासन की ओर से किसानों के ठहरने के लिए कमला नेहरूनगर में ठहरने की व्यवस्था की थी, लेकिन ऐन वक्त पर किसानों ने कमला नेहरूनगर की ओर जाने की रणनीति बदलते हुए सीधे रात में दिल्ली बार्डर के निकट रूकने का फैसला लिया। किसानों की मंशा को भांपते हुए गाजियाबाद पुलिस-प्रशासन ने उन्हें रात में बैंक्वेट हाल में ठहरा दिया। गाजियाबाद आए सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के साथ किसानों की वार्ता कराई गई, लेकिन वार्ता विफल रही। इसके साथ ही किसान तय समय यानि मंगलवार सुबह दिल्ली राजघाट के लिए कूच का ऐलान कर चुके थे। सुबह किसान ट्रैक्टर-ट्राली और पैदल हजारों की संख्या में दिल्ली के लिए रवाना हो गए। दिल्ली बार्डर पर यूपी की सभी सीमाएं सील की जा चुकी थीं और यात्रा में शामिल किसानों के दिल्ली में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया था। पुलिस द्वारा की गई बैरिकेडिंग को लांघकर दिल्ली जाने के प्रयास में पुलिस ने किसानों पर पानी की बौछार के बाद रबर बुलेट और आंसू गैस के गोले दागे, जिनमें दर्जनभर से अधिक किसान घायल हुए। किसानों और खाकी के बीच टकराव काफी देर तक चलता रहा। इस बीच सबसे बड़ा सवाल उठा कि आखिर हरिद्वार से गाजियाबाद के बीच यात्रा के बीच सरकार ने किसानों से वार्ता की पहल क्यों नहीं की? क्या खुफिया विभाग ने सरकार को ही इसके नतीजे से अंधेरे में रखा या फिर सरकार ने किसान क्रांति यात्रा को हलके में आंका? बात जो भी रही हो, लेकिन किसान बनाम सरकार का यह आंदोलन मंजिल से भटकता जरूर दिखने लगा है। यही वजह रही कि गृहमंत्री राजनाथ ¨सह से उनके आवास पर हुई किसानों से वार्ता में अधिकतर मांगों पर सहमति बनने के बाद किसान अपने रूख पर कायम रहे और सरकार के प्रतिनिधि के रूप में किसानों के बीच पहुंचे दो मंत्रियों को विरोध के चलते किसानों के बीच से बैरंग लौटना पड़ा।

आखिर कहां तक सब्र करे किसान?

किसान को उसकी फसल का न तो सही दाम मिल रहा है और न ही मिलों से हो रहा गन्ना भुगतान। किसान कर्जमंद होने के पीछे सरकार की किसान विरोधी नीतियां जिम्मेदार है। कर्ज चुकाने में नाकाम किसान आत्महत्या को मजबूर है। किसान क्रांति यात्रा में यूपी के अलावा दूसरे प्रदेशों के किसान भी शामिल हैं, जो हर ओर से निराश होकर एक मंच पर आए हैं। किसानों की समस्याओं का निदान न होने तक आंदोलन जारी रहेगा।

-जितेन्द्र हुड्डा, किसान एवं कृषि मामलों के विशेषज्ञ

सरकार का प्रतिनिधिमंडल आकर मिला था, जो कुछ मांगे मानने के लिए तैयार थे और कुछ पर विचार करने को। हमारे नेताओं ने किसानों के बीच सभी बाते रखकर निर्णय देने की बात की है। अभी दिल्ली बार्डर पर धरना ज्यों का त्यों जारी रहेगा। किसान शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध जारी रखेंगे।

- नितिन राठी, भाकियू नेता

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