हरनंदी में बढ़ा पानी का बहाव, कालोनियों तक पहुंचा

जागरण संवाददाता साहिबाबाद बारिश से हरनंदी नदी में पानी का बहाव बढ़ गया है। हरनंदी क

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 08:11 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 08:11 PM (IST)
हरनंदी में बढ़ा पानी का बहाव, कालोनियों तक पहुंचा
हरनंदी में बढ़ा पानी का बहाव, कालोनियों तक पहुंचा

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :

बारिश से हरनंदी नदी में पानी का बहाव बढ़ गया है। हरनंदी का पानी डूब क्षेत्र में बसी कालोनियों तक पहुंच गया है। वहीं, ट्रांस हिडन में शनिवार रात से रविवार दोपहर तक हुई बारिश से सोमवार को भी कई कालोनियों व सड़कों पर पानी भरा रहा। इससे लोगों को परेशानी हुई। सोमवार को भी मोहन नगर, लाजपत नगर, श्याम पार्क समेत कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई।

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हरनंदी में 1500 क्यूसेक पानी का बहाव :

दरअसल हाईस्पीड रेल के निर्माण कार्य के चलते हिडन बैराज के पास नदी के पानी को एक ओर से रोका गया है। वहीं, बारिश के कारण हरनंदी नदी में जलस्तर बढ़ गया है। जलस्तर बढ़ने और पानी रोके जाने के चलते डूब क्षेत्र की कालोनियों में जलभराव हुआ है। सिटी फारेस्ट के पास करहैड़ा में बनी कालोनी में पानी भर गया है। इससे लोग परेशान हैं। सिचाई विभाग के सहायक अभियंता संजय तोमर का कहना है कि रविवार को हरनंदी नदी में पानी का स्तर नापा गया। बारिश के बाद हरनंदी नदी में 1500 क्यूसेक पानी बह रहा है। इससे हरनंदी नदी के किनारे डूब क्षेत्र में बसीं अवैध कालोनियों में पानी भर गया है। बारिश होने पर समस्या और बढ़ सकती है। जब तक हरनंदी का जलस्तर कम नहीं होगा कालोनियों का पानी नहीं निकलेगा। अर्थला निवासी राम बाबू का कहना है कि कालोनियों में पानी भरने से लोग घरों में कैद हो गए हैं। सिटी फारेस्ट जाने का भी मार्ग प्रभावित है। तुलसी निकेतन में पंपिग सेट से निकाला पानी :

भोपुरा स्थित तुलसी निकेतन कालोनी में सोमवार को दूसरे दिन भी पानी भरा रहा। रविवार को बारिश से पानी लोगों के घरों में घुस गया था। इससे लोगों का काफी नुकसान हुआ। स्थानीय निवासी बलवंत सिंह रावत का कहना है कि सोमवार सुबह से ही पंप सेट लगाकर पानी निकलना शुरू किया गया। दोपहर तक पानी निकाल दिया गया, लेकिन सड़कों पर नाले और नालियों का कीचड़ फैला है। इससे तेज बदबू उठ रही है। साथ ही लोगों को बीमारी का भी डर सता रहा है। तुलसी निकेतन कालोनी नाले से नीचे है। बारिश होने पर नाले का पानी उफनकर कालोनी में भर जाता है। इससे लोगों को परेशान होना पड़ता है। वहीं, गणेशपुरी, शालीमार गार्डन, पसौंडा, अर्थला समेत अन्य कालोनियों में भी हल्का जलभराव है। बारिश से थमा गया प्रदूषण :मानसून आने के बाद हो रही बारिश से जिले में प्रदूषण का स्तर संतोषजनक स्थिति में बना हुआ है। सोमवार को गाजियाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 82 दर्ज किया गया। वहीं, सोमवार को गाजियाबाद का अधिकतम तापमान 33 और न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बारिश के बाद धूप निकलने से दिनभर उमस से लोगों को परेशान होना पड़ा।

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